वाशिंगटन: भारत के साथ जुलाई में होने वाली 2+2 वार्ता को स्थगित करने की एकाएक घोषणा के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ इस हफ्ते उत्तर कोरिया के दौरे पर जाएंगे। पोम्पिओ के प्रवक्ता ने कल बताया कि अपने एक हफ्ते के दौरे पर वह सबसे पहले उत्तर कोरिया जाएंगे और परमाणु निरस्त्रीकरण के मुद्दे पर चली आ रही बातचीत को जारी रखेंगे। इसके अलावा वह तोक्यो , हनोई , आबु धाबी और ब्रसेल्स भी जाएंगे। विदेश मंत्रालय ने यह घोषणा उस वाकये के कुछ ही दिन बाद की है जिसमें पोम्पिओ ने वाशिंगटन डीसी में भारत और अमेरिका के बीच छह जुलाई को होने वाली 2+2 वार्ता को स्थगित करने के फैसले की सूचना विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दी थी। (थाईलैंड: 9 दिन बाद गुफा में जिंदा मिले अंडर-16 फुटबॉल टीम के 12 बच्चे )
विदेश मंत्रालय ने हालांकि इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया सिवाए यह कहने के कि अपरिहार्य कारणों से वार्ता स्थगित करनी पड़ी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने नियमित समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं को बताया , “ कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण के महत्त्वपूर्ण काम को जारी रखने के लिए , विदेश मंत्री पोम्पिओ पांच जुलाई को अपनी टीम के साथ उत्तर कोरियाई नेता से मुलाकात करने के लिए उत्तर कोरिया रवाना होंगे। ”
इस संबंध में बातचीत जारी रखने के लिए और सिंगापुर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच हुए समझौते को आगे बढ़ाने के लिए पोम्पिओ पांच जुलाई से सात जुलाई तक उत्तर कोरिया में रहेंगे। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने बताया कि वह अगले दो दिन तोक्यो में रहेंगे जहां वह उत्तर कोरिया के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा करने के लिए जापानी और दक्षिण कोरियाई नेताओं से मुलाकात करेंगे।