स्टॉकहोम: भौतिकी का नोबेल पुरस्कार इस वर्ष अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाने में उनके योगदान के लिए दिया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ सांइसेस ने मंगलवार को यहां इसकी घोषणा करते हुए कहा, "वैज्ञानिकों को लिगो डिटेक्टर (लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑब्जर्वेटरी) में निर्णायक योगदान के लिए और गुरुत्वाकर्षक तरंगों की पहचान के लिए यह पुरस्कार दिया गया।" (परमाणु हथियारों से जापान को नष्ट कर देगा उत्तर कोरिया, दी चेतावनी)
एकेडमी के बयान के अनुसार, "रैनर वीस को पुरस्कार का आधा हिस्सा मिलेगा और कीप थ्रोन व बैरी बारिश पुरस्कार के दूसरे हिस्से को साझा करेंगे।" बयान के मुताबिक, "14 सितंबर, 2015 को ब्रह्मांड के गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पहली बार पता चला था। ये तरंगें दो ब्लैक होल की टक्कर से पैदा हो रही थीं।"
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ने एक बयान में कहा, "2017 के भौतिकी के प्रत्येक नोबेल पुरस्कार विजेता ने अपने उत्साह और प्रतिबद्धता की वजह से लिगो के योगदान में बहुमूल्य योगदान दिया है।" बयान के अनुसार, "रैनर वीस और कीप एस. थ्रोन ने बैरी एस. बैरिश के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि चार दशक के प्रयास से खोजी गईं गुरत्वाकर्षण तरंगों को अंतत: देख लिया गया।"