न्यूयॉर्क: अमेरिका में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेगा इवेंट 'हाउडी मोदी' में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल होंगे। व्हाइट हाउस ने रविवार देर रात ट्रंप के इस कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि कर दी। इस रैली को अमेरिका के राष्ट्रपति भी संबोधित करेंगे। यह आधुनिक इतिहास का शायद पहला मौका होगा जब 2 सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के शीर्ष नेता एक साथ किसी रैली को संबोधित करेंगे। बता दें कि मोदी का यह कार्यक्रम 22 सितंबर को अमेरिका के ह्यूस्टन में होना है।
PM मोदी ने कहा, यह संबंधों की ताकत है
ट्रंप के शामिल होने की पुष्टि होने पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया, 'यह अमेरिकी समाज और अर्थव्यवस्था के लिए भारतीय समुदाय के योगदान और हमारे संबंधों की ताकत को दर्शाता है।' टेक्सस इंडिया फोरम (TIF) की ओर से इस कार्यक्रम को एक सामुदायिक शिखर सम्मेलन के तौर पर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें भारतीय समुदाय के हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है। टेक्सास अमेरिका में जनसंख्या और अर्थव्यवस्था के मामले में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ बड़ा राज्य है।
चुनाव जीतने के बाद पहली अमेरिका यात्रा
मोदी संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिका जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव-2019 जीतने के बाद यह उनकी पहली अमेरिकी यात्रा है। वह संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा बुलाए गए जलवायु शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। विदेश यात्रा के दौरान मोदी अक्सर भारतीय प्रवासियों से मिलते रहे हैं। अपनी पिछली अमेरिका यात्राओं के दौरान उन्होंने न्यूयॉर्क और सैन जोस में करीब दस हजार की संख्या में आए प्रवासी भारतीयों के साथ सामुदायिक बैठकों में भाग लिया है। वह अपनी पिछली यात्रा के दौरान वॉशिंगटन में भी लोगों से मिले थे।
पहली बार होगा ऐसा
हालिया इतिहास में यह पहली बार होगा जब दो सबसे बड़े लोकंतत्रों के नेता एक संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे। एनआरजी स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम ‘हाउडी मोदी! शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर’ के लिए रिकार्ड संख्या में 50,000 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। ‘हाउडी’ शब्द का प्रयोग ‘आप कैसे हैं?’ के लिए किया जाता है। दक्षिण पश्चिम अमेरिका में अभिवादन के लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है।
जानें, व्हाइट हाउस ने क्या कहा
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने एक बयान में कहा, ‘यह (मोदी-ट्रंप की साझा रैली होगी) अमेरिका और भारत के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने, दुनिया के सबसे पुराने एवं सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी की पुन: पुष्टि करने और उनकी ऊर्जा तथा व्यापारिक संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने का बेहतरीन मौका होगा।’ यह पहला मौका होगा जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति एक ही स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में मौजूद भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करेंगे।
'ट्रंप का कार्यक्रम में आना अभूतपूर्व'
अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि ट्रंप का ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में हिस्सा लेना ‘ऐतिहासिक’ और ‘अभूतपूर्व’ है। श्रृंगला ने कहा, ‘यह दोस्ती तथा सहयोग के मजबूत रिश्तों को दर्शाता है, जो भारत और अमेरिका के बीच विकसित हुए हैं। यह अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक है और भारत-अमेरिका के बीच करीबी संबंधों को दर्शाता है।’ राजदूत ने कहा कि दोनों नेताओं का कार्यक्रम को संबोधित करना एक बड़ी मिसाल कायम करता है, जो अपरंपरागत एवं अनोखी है।
भारत ने किया था अनुरोध
श्रृंगला ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का 50,000 से अधिक अमेरिकी-भारतीयों (अधिकतर अमेरिकी नागरिकों) को संबोधित करना ऐतिहासिक होगा।’ व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप के साथ हुई मुलाकात में इसका अनुरोध किया था। भारत जी-7 का हिस्सा नहीं है लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने उसे विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था।
ट्रंप ने तुरंत स्वीकारा प्रस्ताव
अधिकारी ने कहा कि ट्रंप ने तुरन्त ही प्रस्ताव स्वीकार कर लिया था। मोदी और ट्रंप के बीच इस साल यह तीसरी मुलाकात होगी। जी-7 से पहले दोनों नेताओं ने जून में जापान में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की थी।