वाशिंगटन: कतर सरकार की वेबसाइट को हैक करने में संयुक्त अरब अमीरात का हाथ है। वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी खबर में उक्त बात कही है। अखबार का कहना है कि यूएई ने एक फर्जी खबर फ्लांट की जिसके कारण कतर और अन्य अरब देशों के बीच संकट शुरू हो गया। (पेरिस यात्रा से लौटे ट्रंप ने एक बार फिर मीडिया को घेरा)
कल प्रकाशित खबर को वाशिंगटन स्थित संयुक्त अरब अमीरात के दूतावास ने तुरंत फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया। अखबार ने अनाम अमेरिकी खु्फिया अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि अमीरात सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने 23 मई को इस हैकिंग योजना पर चर्चा की थी।
एक दिन बाद, 24 मई को कतर के संवाद समिति की वेबसाइट पर एक खबर थी, जिसमें कतर के अमीर का भाषण था। भाषण में उन्होंने इराक और ईरान की कथित रूप से प्रशंसा की थी। एजेंसी ने दावा किया था कि उसी वेबसाइट हैक की गयी है। लेकिन सउुदी अरब, यूएई और अन्य अरब देशों ने कतर मीडिया को ब्लॉक कर दिया और बाद में देश के साथ अपने सभी कूटनीतिक संबंध तोड़ लिये।