वॉशिंगटन: सीरिया में अपनी सेनाओं की मौजूदगी को लेकर अमेरिका की तरफ से एक बेहद ही महत्वपूर्ण बयान आया है। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन का कहना है कि अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए देश का कूटनीतिक और सैन्य रूप से सीरिया में दखल जरूरी है। टिलरसन ने बुधवार को कहा, ‘इस्लामिक स्टेट (IS) और अल कायदा अमेरिका के लिए लगातार खतरे बने हुए हैं और मुख्य रूप से मैं जिस खतरे का जिक्र कर रहा हूं, वह ईरान है। यानी कुल मिलाकर सीरिया गंभीर रणनीतिक खतरा बना हुआ है।’
CNN के मुताबिक, टिलरसन स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी के परिसर में लोगों को संबोधित कर रहे थे, जिसमें पूर्व विदेश मंत्री जॉर्ज शूल्ज और कोडोंलिजा राइस भी थीं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन सीरिया को लेकर नई रणनीति लागू कर रहा है, जो नरसंहार की आग में जल रहे सीरिया के लिए उस लक्ष्य की प्राप्ति करेगा जिसके लिए वहां सैन्य अभियान चलाया जा रहा है। सीरिया में हुए नरसंहार में 50 लाख लोगों की मौत हो गई है।
उन्होंने कहा कि सीरिया में IS के कब्जे वाले अधिकतर क्षेत्र उनके (IS) चंगुल से आजाद होने के बावजूद सीरिया में IS की मौजूदगी जरूरी है, ताकि फिर से कमजोर सुरक्षा की वैसी स्थिति पैदा न हो जो 2011 में इराक से अमेरिकी बलों को वापस हटाने के बाद हुई थी और जिसके कारण IS और अन्य आतंकवादी संगठनों को क्षेत्र में फलने-फूलने का मौका मिला था। टिलरसन ने कहा, ‘वर्तमान में इस्लामिक स्टेट का एक पैर कब्र में है और सीरिया में IS के पूर्ण खात्मे तक अमेरिकी सैन्य उपस्थिति बनाए रखनी जरूरी है, ताकि शीघ्र ही उसके दोनों पैर कब्र में हों।’