वॉशिंगटन: उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे से निपटने के समझौते पर बीजिंग की अनिच्छा से निराश ट्रंप प्रशासन ने चीन पर नए सिरे से दबाव बनाना शुरू कर दिया है। ट्रंप प्रशासन ने हाल में ताइवान को 1.4 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री की अनुमति दी थी और उत्तर कोरिया के साथ अपने व्यापार संबंधों पर एक छोटे चीनी बैंक को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था।
अब अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने मानव तस्करी की एक नई रिपोर्ट में बीजिंग को एक निराशाजनक ग्रेड दिया है। अमेरिकी अधिकारी चीन के साथ उन्नत समन्वय को अपनी उत्तर कोरिया रणनीति का केंद्र बता रहे थे। ये उनका उत्तर कोरिया को अमेरिकी धरती पर परमाणु हथियार से हमला करने से रोकने का प्रयास था। आपको बता दें कि हाल ही में कई मुद्दों पर चीन और अमेरिका में गहरे मतभेद उभर आए थे। दक्षिणी चीन सागर, उत्तर कोरिया मामला और अन्य ऐसे ही कई मुद्दे पर दोनों देशों के बीच तीखी बयानबाजियां होती रही हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं उनके शीर्ष सहयोगी चीन के उत्तर कोरिया पर आर्थिक शिकंजा कसने की अनिच्छा से चिढ़ा हुए हैं। फिर भी व्हाइट हाउस ने बीजिंग को दंडित न करने का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि उत्तर कोरिया के आर्थिक स्त्रोतों का एक बड़ा हिस्सा चीन से आता है।