वॉशिंगटन: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और गंभीर स्थिति को देखते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका ने कोविड-19 की जांच चिकित्सा में रेमडेसिविर को शामिल करने का फैसला किया है। यही दवा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दी गई थी जब वह कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव पाए गए थे। बता दें कि रेमडेसिविर को कई देश मुख्य रूप से इस दवा का उपयोग कर रहे हैं।
रेमडेसिविर ऐसी पहली दवा है जिसे स्वास्थ्य एजेंसियों ने अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस के मरीजों को देने के लिए मंजूरी दी है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की स्टडी में पाया गया था कि रेमडेसिविर से कोरोना वायरस मरीजों के अस्पताल में भर्ती रहने का दिन 5 दिन तक और मौत का रिस्क 30% तक कम हो गया।
अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन प्राधिकरण ने कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए रेमडेसिविर दवा को मंजूरी दे दी है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक कोरोना वायरस से गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को रेमडेसिविर दी जाएगी।
इससे पहले अमेरिका ने ज्यादातर अस्पताल कोरोनावायरस के मरीजों का इलाज करने के लिए मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल किया था लेकिन इसके उपयोग के परिणाम सही नहीं आने पर इसका इस्तेमाल बंद कर दिया था।