वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार चुनावों में अपने प्रतिद्वंदी जो बाइडेन की जीत स्वीकार की है, लेकिन वह अभी भी अपनी हार नहीं मान रहे हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि जो बाइडेन की चुनावों में जीत हेरफेर की वजह से हुई है। अपने ट्वीट में उन्होंने यह भी लिखा कि काउंटिंग के दौरान किसी वोट वॉचर या ऑब्जर्वर को वहां रहने की इजाजत नहीं दी गई और वोटों के टेब्युलेशन का काम रेडिकल लेफ्ट निजी कंपनी डोमिनियन ने किया, जिसकी रेप्युटेशन खराब है और इक्विपमेंट्स भी बेकार हैं। हालांकि ट्रंप ने भले ही पहली बार बाइडेन की जात मानी है लेकिन अभी भी अपनी हार मानने को तैयार नहीं हैं।
ट्रंप ने अपने ट्वीट में क्या लिखा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘वह इसलिए जीते क्योंकि चुनावों में हेराफेरी की गई। किसी भी वोट वॉचर और ऑब्जर्वर को काउंटिंग पर नजर रखने की इजाजत नहीं दी गई। वोटों के टेब्युलेशन का काम रेडिकल लेफ्ट निजी कंपनी डोमिनियन ने किया, जिसकी रेप्युटेशन अच्छी नहीं है और उसके इक्विपमेंट्स टेक्सास में काम करने लायक नहीं पाए गए (जहां का चुनाव मैंने काफी बड़े अंतर से जीता)। फेक और साइलेंट मीडिया के साथ और भी कई वजहों से उनकी जीत हुई।’ हालांकि बाद में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हार नहीं मानी है, और वह कुछ भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मेल-इन बैलट्स पर एक बार फिर निशाना साधते हुए उन्हें 'घटिया मजाक' करार दिया।
वॉशिंगटन की सड़कों पर हुई हिंसा
इससे पहले ट्रंप के चुनाव में गड़बड़ी होने के दावों के समर्थन में हजारों की संख्या में लोग वॉशिंगटन की सड़कों पर उतर आए और इस दौरान हिंसा भी हुई। राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन को विजेता घोषित किए जाने के एक सप्ताह बाद शनिवार को ‘मिलियन मागा मार्च’ निकाला गया जो दिन भर शांतिपूर्ण रहा लेकिन रात होते-होते ट्रंप के समर्थकों और विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें शुरू हो गईं। व्हाइट हाउस से महज 5 ब्लाक दूर शनिवार रात को प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई। खबरों के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान 20 वर्षीय एक व्यक्ति को किसी ने चाकू मार दिया जिसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। इस घटना में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।