वाशिंगटन: अमेरिका की अदालतों ने चुनाव में कथित गड़बड़ी के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान की ओर से मिशिगन और जॉर्जिया में दर्ज कराए गए मुकदमों को खारिज कर दिया है। ट्रंप प्रचार अभियान ने मिशिगन में अनुपस्थित मतपत्रों (जब कोई व्यक्तिगत रूप से मतदान केन्द्र में नहीं जा कर बल्कि अन्य किसी माध्यम से मतदान करता है) की गिनती रोकने का अनुरोध किया था, वहीं जॉर्जिया में प्रचार अभियान ने आरोप लगाया कि वहां अनुचित मतों की भी गणना की जा रही है।
मिशिगन कोर्ट ऑफ क्लेम्स की न्यायाधीश सिंथिया स्टीफेन्स ने बृहस्पतिवार को यह कहते हुए वाद खारिज कर दिया कि मिशिगन के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट स्थानीय मतगणना प्रक्रिया में शामिल नहीं है। इस संबंध में औपचारिक आदेश शुक्रवार को जारी होगा। अनेक मीडिया संस्थान राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन को मिशिगन राज्य से विजयी घोषित कर चुके हैं।
जॉर्जिया में न्यायाधीश जेम्स एफ बास ने वाद को खरिज कर दिया। उन्होंने कहा,‘‘ मैं अनुरोध को अस्वीकार करता हूं और याचिका खारिज करता हूं ।’’ गौरतलब है कि ट्रंप प्रचार अभियान ने पेनसिल्वेनिया और नेवादा में भी वाद दायर किए हैं और विस्कोंसिन में मतों की गणना दोबारा कराने की मांग की है।
आपको बता दें अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में डोनाल्ड ट्रंप अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन से काफी पीछे चल रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद ट्रंप खेमे ने अपनी हार नहीं मानी है और उसे अब भी जीत की संभावना नजर आ रही है।
डोनाल्ड ट्रंप को इलेक्टोरल कॉलेज के 214 वोट मिले हैं, वहीं जो बाइडन को 264 वोट मिले हैं। जो बाइडन अब 270 के बहुमत के आंकड़े से महज छह कदम दूर हैं, जबकि ट्रंप को बहुमत के लिए 56 वोट की जरूरत है और पेंसिल्वेनिया राज्य के वोटों के बिना वह इस जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंच सकेंगे।
इनपुट-भाषा