वॉशिंगटन: ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव की वजह से पूरे मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति है। इस बीच एक ऐसी खबर आ रही है, जो दोनों देशों के तनावों के एक नए स्तर पर ले जा सकती है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा करते हुए कहा है कि अमेरिका के एक युद्धपोत ने होरमुज जलमरुमध्य में एक ईरानी ड्रोन को नष्ट कर दिया है। ट्रंप ने कहा है कि इस ईरानी ड्रोन से ईरानी जहाज को खतरा था, इसलिए उसे नष्ट कर दिया गया। वहीं, ईरान ने अपने किसी भी ड्रोन के नष्ट होने की जानकारी होने से इनकार किया है।
‘चेतावनियों के बाद मार गिराया ड्रोन’
गुरुवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत USS बॉक्सर ने उससे 1,000 यार्ड्स के अंदर उड़ रहे एक ड्रोन को कई चेतावनियां दीं, लेकिन नजरंदाज किए जाने पर युद्धपोत ने उसे उड़ा दिया। ट्रंप ने ड्रोन से जहाज और जहाज कर्मियों की सुरक्षा को खतरा बताते हुए इसे रक्षात्मक कार्रवाई बताया। पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने बाद में एक बयान में कहा कि यूएसएस ने होरमुज जलमरुमध्य में सुबह लगभग 10 बजे उसकी जद में उड़ रहे ड्रोन को नष्ट कर दिया।
ईरान ने कहा, हमें कोई सूचना नहीं
पेंटागन के बयान के मुतबिक, , ‘मानवरहित ड्रोन (UAS) USS बॉक्सर के इतने करीब आया कि इससे युद्धपोत को खतरा महसूस हुआ। युद्धपोत ने अपने और जहाज पर सवार कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रक्षात्मक कार्रवाई की।’ वहीं, ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने बाद में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कहा, ‘हमारे पास आज हमारे किसी ड्रोन के नष्ट होने की सूचना नहीं है।’