जीबूटी: अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैट्टिस ने जीबूटी की यात्रा की। यात्रा के दौरान उन्होने फ्रांस से अफ्रीका में आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने की अपील की। जीबूटी अफ्रीकी महाद्वीप में अमेरिका का एक प्रमुख रणनीतिक गढ़ है जहां उसका इस महाद्वीप पर एकमात्र स्थायी सैन्य शिविर कैम्प लेमनियर स्थापित है। ( इस्राइल होलोकास्ट डे पर यहूदियों के खिलाफ घृणा की ट्रंप ने की निंदा )
कैम्प लेमनियर, करीब 4,000 अमेरिकी सैनिकों एवं ठेकेदारों का घर है। यह सोमालिया में अल-शबाब जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ अमेरिकी सैन्य अभियानों के लिए महत्वपूर्ण है और यमन में भी अमेरिकी अभियानों की सहायता करता है, जहां विशेष बल अरबी द्वीप में नियमित रूप से अल-कायदा के खिलाफ हवाई हमलें करते हैं। चीन अपने देश से बाहर यहां छोटे बंदरगाह देश में अपना पहला सैन्य शिविर स्थापित करने की तैयारी में हैं। यह अमेरिकी शिविर से कुछ मील दूर स्थित होगा जो वाशिंगटन के लिए चिंता का एक विषय बन गया है। ( न्यूयॉर्क सिटी में आग लगने से एक बच्चे सहित पांच लोगों की मौत)
मैट्टिस ने चुनाव फांस के राष्ट्रपति पद के बाद पत्रकारों से कहा, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि फ्रांस अपने हित में सर्वोत्तम निर्णय लेगा और आतंकवादियों को निश्चित तौर पर इसका कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा, हमने हमेशा साबित किया है कि जब भी ऐसा कुछ हुआ है हम उसके खिलाफ खड़े हुए हैं। अमेरिका ने यहां फ्रांस के बरखने अभियान का भी समर्थन किया, जिसके तहत सेना साहेल क्षेत्र के पांच देशों में इस्लामी चरमपंथियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।