वाशिंगटन: अमेरिका ने घृणा संबंधी अपराधों के भारतीय अमेरिकी पीडि़तों को शीघ्र न्याय दिलाने का भारत को आज भरोसा दिलाया। इससे पहले अमेरिका में भारत के राजदूत ने इस प्रकार की दु:खद घटनाओं पर विदेश मंत्रालय के समक्ष अपनी गहरी चिंता व्यक्त की। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने ट्वीट करके कहा, अमेरिका सरकार की ओर से विदेश मंत्रालय संवेदनाएं प्रकट करता है और भरोसा दिलाता है कि वह शीघ्र न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
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अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना ने हरनीश पटेल और दीप राय के हाल में त्रासद घटनाओं का शिकार होने को लेकर अमेरिकी सरकार के समक्ष गहरी चिंताएं व्यक्त करने के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया। 43 वर्षीय पटेल गुरूवार को अपने घर के बाहर मृत मिले थे। उनके शरीर पर गोलियों के निशान थे। पटेल दक्षिण कैरोलीना में एक स्टोर के मालिक थे। 39 वर्षीय राय को नकाब पहले बंदूकधारियों ने उनके घर के बाहर गोली मार दी थी। बंदूकधारी ने गोली मारते हुए कहा था, अपने देश वापस जाओ।
सरना ने भारतीय समुदाय की रक्षा करने और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। भारतीय दूतावास के अधिकारी दोनों मामलों में स्थानीय पुलिस अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं। पटेल के मामले में काउंटी शेरिफ ने इशारा किया है कि यह संभवत: घृणा अपराध नहीं है। भारतीय दूतावास के एक सूत्र ने कहा, हम उनके संपर्क में रहेंगे। अमेरिका में पक्षपात आधारित कई घटनाएं हुई हैं जिनसे भारतीय अमेरिकी समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा हो गई है। इसी प्रकार की एक अन्य घटना में अमेरिकी नौसेना के एक पूर्व कर्मी एडम पुरिन्टन ने भारतीय अमेरिकी श्रीनिवास कुचिभोटला और उनके मित्र आलोक मदसानी को पिछले महीने गोली मारते हुए कहा था, मेरे देश से बाहर निकल जाओ।