वाशिंगटन: अमेरिका ने पाकिस्तान में सभी दलों से हिंसा से दूर रहने की अपील करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एवं शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के अधिकार को अपना समर्थन दोहराया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, अमेरिका लोगों के एकत्र होने एवं उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को समर्थन देना जारी रखेगा। यह सभी जानते हैं कि हम ऐसा करते हैं। हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार समेत इस बारे में प्रतिदिन बात करते हैं।
किर्बी ने कहा कि प्रदर्शन के अधिकार का प्रयोग कानून का पालन करते हुए जिम्मेदारी से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, सभी दलों को हिंसा से दूर रहना चाहिए एवं संयम बरतना चाहिए। पाकिस्तान में जारी हिंसा से जुड़े एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने यह बात कही।
किर्बी ने पाकिस्तान में सैन्य नेतृत्व में बदलावों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में सेना का नेतृत्व कौन करता है, ये विशेष निर्णय, इन पर पाकिस्तान सरकार फैसला करती है। ये संप्रभु फैसले हैं जिन पर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा।
किर्बी ने कहा, हमें निस्संदेह विरोध संबंधी गतिविधियों, विरोध गतिविधि पर प्रतिबंधों, विरोध प्रदर्शन करने या नहीं करने के निर्णयों की रिपोर्ट के बारे में पता है। इन प्रश्नों का जवाब पाकिस्तानी प्राधिकारियों द्वारा दिया जाना बेहतर होगा। पनामा पेपर्स घोटाले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ जांच का आदेश देने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने अपना सरकार विरोधी प्रदर्शन कल वापस ले लिया था और जश्न मनाने की घोषणा की थी।
पीटीआई अध्यक्ष खान ने शरीफ को उनके और उनके परिवार के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री के पद से हटने के लिए बाध्य करने के वास्ते लाखों समर्थकों को जुटाकर आज राजधानी में बंद-नाकेबंदी करने की धमकी दी थी।
इससे पहले, पाकिस्तान हाईकोर्ट ने इमरान खान की राजधानी में बंद की योजना पर रोक लगा दी थी और उन्हें निर्धारित स्थल पर धरना प्रदर्शन करने का आदेश दिया था। उधर, प्रशासन ने अपनी कार्रवाई के तहत उनकी पार्टी के कम से कम 1500 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। न्यायमूर्ति शौकत सिद्दिकी ने कहा था, यदि राजधानी की नाकेबंदी या बंद की कोई कोशिश की जाती है तो जिला प्रशासन कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगा।
किर्बी ने कहा, हमें निस्संदेह विरोध संबंधी गतिविधियों, विरोध गतिविधि पर प्रतिबंधों, विरोध प्रदर्शन करने या नहीं करने के निर्णयों की रिपोर्ट के बारे में पता है। इन प्रश्नों का जवाब पाकिस्तानी प्राधिकारियों द्वारा दिया जाना बेहतर होगा। पनामा पेपर्स घोटाले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ जांच का आदेश देने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने अपना सरकार विरोधी प्रदर्शन कल वापस ले लिया था और जश्न मनाने की घोषणा की थी।
पीटीआई अध्यक्ष खान ने शरीफ को उनके और उनके परिवार के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री के पद से हटने के लिए बाध्य करने के वास्ते लाखों समर्थकों को जुटाकर आज राजधानी में बंद-नाकेबंदी करने की धमकी दी थी। इससे पहले, पाकिस्तान हाईकोर्ट ने इमरान खान की राजधानी में बंद की योजना पर रोक लगा दी थी और उन्हें निर्धारित स्थल पर धरना प्रदर्शन करने का आदेश दिया था। उधर, प्रशासन ने अपनी कार्रवाई के तहत उनकी पार्टी के कम से कम 1500 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
न्यायमूर्ति शौकत सिद्दिकी ने कहा था, यदि राजधानी की नाकेबंदी या बंद की कोई कोशिश की जाती है तो जिला प्रशासन कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगा।