अमेरिका ने फगानिस्तान से 14 महीने के अंदर अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है। अमेरिका ने तालिबान के साथ शनिवार को संयुक्त समझौते पर दस्तख्त किए है। जिसके आधार पर यह फैसला लिया गया है। अमेरिका-तालिबान समझौते के आधार पर 135 दिनों के भीतर अन्य प्रतिबद्धताओं को भी लागू करेगा और अपने सैन्य बलों की संख्या को 8600 तक कम कर देगा।
इस समझौते के आधार पर यह जानकारी भी दी गई कि अगर अल-कायदा, आईएसआईएस-के और अन्य अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी समूहों द्वारा संयुक्त राज्य या उसके सहयोगियों के खिलाफ हमले करने का प्रयास किया गया तो संयुक्त राज्य अमेरिका, अफगानिस्तान में इस्लामी गणतंत्र की सहमति से वहां सैन्य संचालन भी कर सकता है।
इस समझौते के बाद अब अंतर अफगान शांति वार्ता 10 मार्च से शुरू होगी। अमेरिका और तालिबान वार्ताकारों का दल शनिवार को दोहा पहुंचा था। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ अमेरिका के मुख्य वार्ताकार ज़लमय खलीलजाद भी मौजूद थे। यह समझौता पोम्पिओ की मौजूदगी में हुआ है। तालिबानी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई मुल्ला बिरादर ने की।