वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान के साथ ऐतिहासिक परमाणु समझौते से हटने की घोषणा के बाद अब अमेरिका उसके ( ईरान ) के खिलाफ फिर से कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। 2015 में हुए समझौते से पहले ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू थे। अमेरिका अब ईरान पर नए सिरे से प्रतिबंध लगाने के अलावा नए जुर्माने पर भी विचार कर रहा है। ट्रंप ने कल कहा कि पूर्ववर्ती बराक ओबामा प्रशासन और दुनिया की ताकतों द्वारा किए गए समझौते में ‘ मूल से ही खामी ’ थी और वह इससे बाहर निकलेंगे और ईरान पर फिर प्रतिबंध लगाएंगे। (नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग या व्लादिमिर पुतिन- जानें, फोर्ब्स की लिस्ट में कौन है सबसे ताकतवर नेता! )
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका अब ईरान पर वे सभी प्रतिबंध फिर से लागू करेगा जो परमाणु करार की वजह से हटाए गए थे। इसके अलावा वह अतिरिक्त जुर्माना भी लगाएगा। वित्त विभाग इसका ब्योरा तैयार कर रहा है। अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कल उन अतिरिक्त प्रतिबंधों का ब्योरा नहीं दिया था , जो ईरान पर लगाए जा सकते हैं। हालांकि , वित्त मंत्री का कहना था कि अमेरिका के सहयोगियों ने यदि इसी तरह का कदम नहीं उठाया , तो भी ये प्रतिबंध काफी सख्त होंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय प्रतिबंधों के तहत यूरोपीय कंपनियों के पास ईरान से अपना परिचालन बंद करने के लिए 90 से 180 दिन का समय मिलेगा। कच्चे तेल पर अंकुशों के तहत यूरोपीय और एशियाई देशों को ईरान से अपना आयात घटाना होगा।