संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव स्वीकार किया है जिसका लक्ष्य आतंकवादियों को हथियार हासिल करने से रोकना है। इसके साथ ही, सुरक्षा परिषद ने आतंकवादियों को जानबूझकर हथियार उपलब्ध कराने में संलिप्त लोगों के खिलाफ देशों को उचित कानूनी कार्रवाई करने को कहा है।
परिषद ने हथियारों, सैन्य उपकरण, मानवरहित विमान प्रणाली (UAS) और उनके कलपुर्जों तथा IED की सामग्रियां इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवांत (ISIL), अलकायदा, उनके सहयोगियों तथा संबद्ध समूहों, अवैध सशस्त्र समूहों एवं अपराधियों के बीच लगातार आपूर्ति की कड़ी निंदा की। आतंकवादियों को हथियारों, विशेषकर छोटे एवं हल्के हथियार हासिल करने, इनके अस्थिरकारी संचय एवं दुरूपयोग करने से रोकने के उद्देश्य से पेश प्रस्ताव को बुधवार को परिषद ने स्वीकार करते हुए कहा कि इसके चलते अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को निरंतर खतरा बना हुआ है और यह उल्लेखनीय जनहानि का सबब है।
संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने ऐसे समूहों एवं कंपनियों के मध्य तथा उनके बीच हथियारों, प्रणाली और अवयवों की खरीदारी के नेटवर्क को रोकने एवं उन्हें नष्ट करने के लिये प्रोत्साहित किया। इन देशों से विशेष तौर पर अनुरोध किया गया कि वे आतंकवादियों को जानबूझकर हथियार आपूर्ति करने वालों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने में सक्षम बनें तथा छोटे हथियारों एवं हल्के हथियारों के भंडार के लिए उचित भौतिक सुरक्षा एवं प्रबंधन सुनिश्चित करें। इसमें सदस्य देशों को अपनी न्यायिक, कानून प्रवर्तन एवं सीमा नियंत्रण क्षमताओं को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध एवं आतंकवाद के बीच संबंध के समाधान के संदर्भ में हथियारों की तस्करी करने वाले नेटवर्कों के प्रति अपनी क्षमताओं को विकसित करने का अनुरोध किया गया है।