वॉशिंगटन: अमेरिका ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को एक बार फिर नसीहत दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी समूहों के खिलाफ ‘स्थायी एवं लगातार’ कार्रवाई करे। विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले और बालाकोट में जैश के आतंकवादी शिविर पर भारत के हवाई हमले के बाद से पाकिस्तान पर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए वैश्विक दबाव बढ़ा है।
इस्लामाबाद में गृह मंत्रालय ने घोषणा की कि पाकिस्तान में प्रतिबंधित समूहों के अब तक 121 सदस्यों को ‘एहतियातन नजरबंद’ किया गया है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक तरह से प्रतिबंधित समूहों के सदस्यों को ‘सुरक्षा घेरे’ में रखने जैसा है। विदेश मंत्रालय के उपप्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने गुरुवार को कहा, ‘मैं कहूंगा कि हम, अमेरिका इन कदमों पर ध्यान देते हैं और हम पाकिस्तान से फिर से यह अपील करेंगे कि वह आतंकवादी समूहों के खिलाफ लगातार और स्थायी कदम उठाए जिससे भविष्य में हमले रुकेंगे और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।’
उन्होंने कहा, ‘हम फिर से अपील करते हैं कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करे और आतंकवादियों की पनाहगाह नष्ट करे एवं उनके वित्त पोषण को रोके।’ रॉबर्ट ने जैश के नेता मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने संबंधी प्रश्न का सीधा उत्तर नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उसके सहयोगी आतंकवादी संगठनों और उसके सरगनाओं की संयुक्त राष्ट्र की सूची को अपडेट करना चाहते हैं।