वॉशिंगटन: अमेरिका के गृह सुरक्षा सचिव जॉन केली ने विदेशों से अमेरिका आने वाले यात्रियों के लिए सुरक्षा जांच को सख्त करने की घोषणा की है, हालांकि उन्होंने यूरोप से आने वाले लोगों को लैपटॉप कंप्यूटर साथ लाने पर रोक लगाने से इनकार किया है। केली ने बुधवार को वॉशिंगटन में एक सम्मेलन में कहा, ‘अत्याधुनिक जांच दृष्टिकोण अपनाने को लेकर हम एयरलाइंस तथा हवाईअड्डों को उत्साहित करेंगे..यह समय हवाई सुरक्षा को वैश्विक स्तर पर पुख्ता करने का है।’
उन्होंने जोर दिया कि आतंकवादी विमान को उड़ाना चाहते हैं, ताकि लोगों के बीच भय व्याप्त हो, हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान हो और हमारे जीने के तौर-तरीका में गिरावट हो। और यह काम करता है-यही कारण है कि वे विमानों को सबसे अहम लक्ष्य के रूप में देखते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘उन्होंने जिन उपायों की घोषणा की उनमें इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच बढ़ाने, यात्रियों की अच्छी तरह जांच तथा भीतरी हमलों की संभावनाओं को खत्म करने के लिए नए उपाय सामने लाना है।’
यूरोप से आने वाले विमानों में यात्रियों द्वारा कंप्यूटर लाने पर रोक लगाने की खबरों के बावजूद केली ने कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सरकार ने मार्च महीने में आठ मुस्लिम देशों-जॉर्डन, कुवैत, मिस्र, तुर्की, सऊदी अरब, मोरक्को, कतर तथा संयुक्त अरब अमीरात-के 10 अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डों से सीधे अमेरिका आने वाले विमानों में हाथों में लेकर चलने वाले बैग में बड़े इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लेकर विमान में घुसने पर रोक लगा दी थी।
गृह सुरक्षा विभाग ने नए उपायों पर सुरक्षा कारणों से विस्तृत विवरण प्रदान नहीं किया, लेकिन उसने कहा कि अगर उसे विदेशी कंपनियों व अधिकारियों से सहयोग नहीं मिला, तो वह प्रतिबंध के दायरे में अन्य देशों व हवाईअड्डों को भी ला सकता है। नए सुरक्षा उपायों से प्रतिदिन 2,000 उड़ानें तथा 30,000 यात्री प्रभावित होंगे।