न्यूयॉर्क: बांग्लादेशी मूल के अमेरिकी इमाम और उसके सहयोगी की साल 2016 में न्यूयॉर्क में हुई हत्या के मामले अदालत का फैसला आ गया है। इस मामले में न्यूयॉर्क के ही ऑस्कर मोरेल नाम के व्यक्ति को दोषी ठहराया गया है। क्वीन्स डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रिचर्ड ब्राउन ने एक बयान में कहा कि ब्रुकलीन के रहने वाले 37 वर्षीय ऑस्कर मोरेल को सुनवाई के दौरान 55 वर्षीय इमाम मौलाना अकोनजी और उनके सहयोगी एवं मित्र 64 वर्षीय थारा उडीन की हत्या के मामले में दोषी करार दिया गया।
इन दोनों व्यक्तियों की हत्या उस समय कर दी गई थी जब अगस्त 2016 में क्वीन्स के अल-फुरकान जामा मस्जिद से नमाज के बाद अपने घर लौट रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोरेल ने दोनों को सिर में गोली मारी थी। दोनों को बाद में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। मोरेल को अगले ही दिन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। ब्राउन ने कहा कि इस अपराध ने न केवल पीड़ित के परिवारों को अथाह दुख पहुंचाया बल्कि क्वीन्स में रह रहे मुस्लिम सुमदायों के दिलों में इससे डर भी बैठा।
मोरेल को क्वीन्स के सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश ग्रेगोरी लसाक ने 3 सप्ताह लंबी चली सुनवाई के बाद शनिवार को उसे दोषी ठहराया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोरेल को 18 अप्रैल को सजा सुनाई जाएगी और हो सकता है कि बिना किसी परोल के उसे ताउम्र जेल में बिताना पड़े। मुस्लिम नागरिक अधिकारों की वकालत करने वाले संगठन काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस के न्यूयार्क चैप्टर (CAIR-NY) ने मोरेल को दोषी ठहराए जाने का स्वागत किया है।