वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को बढ़ती कानूनी तपिश से अपने ट्वीट्स के जरिए खुद को बचाने की कोशिश की। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अपने पूर्व अटॉर्नी माइकल कोहेन को कानून तोड़ने का आदेश कभी नहीं दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकाल का यह तीसरा साल है और वह तेजी से संकट से घिरते जा रहे हैं। लेकिन वह संघर्ष के मूड में हैं और उन्होंने लंबे समय तक अपने अटार्नी रहे कोहेन से दूरी बनाने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा, ‘मैंने माइकल कोहेन को कानून तोड़ने का निर्देश कभी नहीं दिया।’
कोहेन को चुनाव अभियान के दौरान चंदे का दुरुपयोग करने समेत विभिन्न अपराधों में बुधवार को 3 साल कैद की सजा सुनायी गई। कोहेन पर उन 2 महिलाओं को मामले को रफा दफा करने के लिए पैसे देने का भी आरोप है जिनसे अमेरिकी राष्ट्रपति के संबंध थे। ट्रंप ने इनमें से किसी भी महिला से यौन संबंध होने की बात से इनकार किया है। सजा सुनाते हुए अदालत में कोहेन ने कहा, ‘अपने निजी बर्तावों और अमेरिका के राष्ट्रपति से जुड़े बर्तावों के संबंध के बारे में मैंने जो कुछ अपना अपराध कबूला है, मैं उन सभी की जिम्मेदारी लेता हूं।’
कोहेन (52) को न्यूयॉर्क के सदर्न डिस्ट्रिक के डिस्ट्रिक कोर्ट ने 36 महीने कैद की सजा सुनाई। अमेरिकी डिस्ट्रिक जज विलियम पौले ने कोहेन को विशेष वकील रॉबर्ट म्यूलर के आरोप के संदर्भ में भी 2 महीने की अतिरिक्त सजा सुनाई। म्यूलर 2016 के चुनाव में रूस के दखल की जांच कर रहे हैं। कोहेन को 6 मार्च को आत्मसमर्पण करने को कहा गया है।