वॉशिंगटन: मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई से न सिर्फ भारत बल्कि अमेरिका भी काफी नाराज है। अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संस्थापक हाफिज सईद की नजरबंदी से रिहाई को लेकर वह चिंतित है। अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से जारी एक बयान में अमेरिका ने पाकिस्तान से कड़ी भाषा में कहा कि सईद की आतंकी गतिविधियों के लिए उसे गिरफ्तार किया जाए और आरोपित किया जाए। हाफिज सईद शुक्रवार को 10 महीने की नजरबंदी के बाद रिहा हो गया।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नौर्ट ने एक बयान में कहा, ‘पाकिस्तान में हाफिज सईद की नजरबंदी से रिहाई को लेकर अमेरिका बहुत चिंतित है। पाकिस्तान सरकार उसके अपराधों के लिए उसे गिरफ्तार करे और आरोपित करे।’ जमात-उद-दावा (JuD) के प्रमुख सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर इनाम घोषित कर रखा है। लेकिन उसे लाहौर हाई कोर्ट के एक आदेश पर 10 महीने की नजरबंदी बाद गुरुवार आधी रात के बाद रिहा कर दिया गया। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने जमात-उद-दावा को एक आतंकवादी समूह की श्रेणी में रखा है और इसे आतंकी संगठन एलईटी का प्रमुख जनसंगठन बताया है।
अमेरिका और भारत का आरोप है कि सईद 2008 के मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था, और उसे इस वर्ष जनवरी में नजरबंद कर दिया गया था। रिहाई के बाद उसने जम्मू एवं कश्मीर की आजादी के लिए जिहाद जारी रखने का संकल्प लिया है। सईद ने अपनी रिहाई की खुशी में केक भी काटा। रिहा होने के बाद हाफिज ने अपने समर्थकों से कहा, ‘जिस तरह से मैं आज आजाद हुआ हूं, कश्मीर भी एक दिन आजाद होगा। कश्मीर की वजह से भारत मेरे पीछे पड़ा है। मैं अल्लाह से दुआ करता करता हूं कि वह मुझे इतनी शक्ति दे कि हम कश्मीर की आजादी के लिए (भारत से) लड़ते रहें।’