![United States alarmed over detention camps in China's Xinjiang | AP File](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
वॉशिंगटन: कुछ समय पहले संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन में लाखों मुसलमानों को शिविरों में नजरबंद रखा गया है। इस खबर के सामने आने के बाद दुनिया के कई देशों ने चीन से इन मुसलमानों के साथ नरमी बरतने की अपील की थी। अब इस मसले पर अमेरिका का बयान भी सामने आ गया है। अमेरिका का कहना है कि चीन द्वारा करीब 10 लाख मुस्लिम अल्पसंख्यकों को शिनजियांग प्रांत में पुनर्शिक्षा शिविरों में रखा जाना भयावह है और हिरासत में रखे गए लोगों को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए।
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने कहा, ‘अमेरिका चिंतित है कि चीनी सरकार ने करीब 10 लाख उयगुर, कजाक और मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के अन्य सदस्यों को शिनजियांग में पुनर्शिक्षा शिविरों में हिरासत में रखा है।’ पालाडिनो ने चीन के उस दावे को निरर्थक बताया जिसमें कहा गया कि ये शिविर मानव व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र हैं। दरअसल, चीन ने कभी भी स्वीकार नहीं किया कि उसने इन मुसलमानों को हिरासत में रखा है, बल्कि वह उन्हें व्यावसायिक शिक्षा देने का दावा करता है।
पालाडिनो ने कहा, ‘अमेरिका पारदर्शिता और शिनजियांग में राजनयिकों और पत्रकारों के लिए पहुंच की मांग जारी रखेगा और हम चीन से इन शिविरों में मनमाने ढंग से हिरासत में रखे गए सभी लोगों को तत्काल रिहा करने का आग्रह करते हैं।‘ आपको बता दें कि चीन में मुसलमानों पर तमाम तरह की पाबंदियों की खबरें अक्सर आती रहती हैं।