संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तबाही मचाने वाले चक्रवात अम्फान को अब 2009 में दक्षिणी बांग्लादेश तथा पूर्वी भारत में आए चक्रवात ऐला से कहीं अधिक विनाशकारी माना जा रहा है। चक्रवात अम्फान से पश्चिम बंगाल में 77 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए। संयुक्त राष्ट्र ने एक समाचार रिपोर्ट में कहा, 'भारत में संयुक्त राष्ट्र की कंट्री टीम ने बताया कि कोलकाता के आसपास व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाने वाले चक्रवात अम्फान को चक्रवात ऐला से कहीं अधिक विनाशकारी माना जा रहा है जिसने मई 2009 में क्षेत्र में तबाही मचाई थी।'
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोलकाता में ट्रांसफॉर्मर और दूरसंचार तारों में आग लग गई, पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली गुल हो गई। विश्व संगठन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मी चक्रवात से पीड़ित बांग्लादेश और भारत के लोगों की मदद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के लिए काम करने वाली एजेंसी यूनीसेफ ने चिंता जताई कि कोविड-19 से दोनों देशों में चक्रवात के मानवीय परिणाम और गहरा सकते हैं। वह राज्य के विभागों के साथ स्थिति पर करीबी नजर रख रही है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि चक्रवात से बांग्लादेश में करीब एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं जिनमें से 50 लाख परिवारों के बेघर होने की आशंका है। यूनीसेफ ने कहा कि बांग्लादेश और भारत में कम से कम 1.9 करोड़ बच्चों के बाढ़ और भारी बारिश की चपेट में आने का खतरा है।