संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त फिलिप्पो ग्रांडी ने अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से मिलकर उन्हें अगाह किया है कि दुनिया भर में हो रहे युद्ध से पीड़ित शरणार्थियों की मदद के उनके मिशन के लिए अमेरिका की आर्थिक सहायता मिलना बेहद जरूरी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से ठीक पहले दोनों नेताओं ने न्यूयॉर्क में एक होटल में मुलाकात की। महासभा की बैठक में संयुक्त राष्ट्र के बजट में सुधार और वित्त पोषण में कटौती करने की अमेरिकी मांग पर चर्चा होनी है।
अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में बडे़ पैमाने पर धन मुहैया करता है और अब वह इसमें कटौती की बात कह रहा है। वहीं ग्रांडी ने कहा है कि शरणार्थी धन में कटौती करने का यह सही समय नहीं है। टिलरसन के साथ फोटो खिंचवाने के दौरान ग्रांडी से जब यह पूछा गया कि क्या UNHCR बिना अमेरिकी वित्त पोषण के अपना कार्य पूरा करने में सक्षम हैं तो तो उन्होंने इसका जवाब नहीं में दिया। उन्होंने कहा, ‘दुनिया के शरणार्थियों की मदद करने और उनके हालात बेहतर करने के उपाय तलाशने के लिए अमेरिका का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है।’
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी अपने अभियान चलाने के लिए पूरी तरह से दूसरे देशों से मिलने वाले धन पर आश्रित है। पिछले साल अमेरिका धन मुहैया कराने वाला सबसे बड़ा देश था। अमेरिका ने 4 अरब डालर वाले सालाना बजट में 1.5 अरब डॉलर मुहैया कराए थे। संयुक्त राष्ट्र द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़े शरणार्थी संकट से गुजर रहा है क्योंकि 6.5 करोड़ लोग विस्थापित हैं।