संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा आतंकवाद के मुद्दे पर जबरदस्त हमले के बाद पाकिस्तान को जवाब देने के लिए झूठ का सहारा लेना पड़ा। भारत पर बढ़त बनाने की कोशिश में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने गाजा पट्टी से ली गई तस्वीर को 'भारतीय लोकतंत्र का चेहरा' बताने की गलती कर दी। लोधी भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा पाकिस्तान को 'आतंकवाद निर्यात का प्रमुख कारखाना' बताए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दे रही थीं।
लेकिन, लोधी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू एवं कश्मीर में भारत के 'अत्याचार' की जो तस्वीर दिखाई, उसमें 17 साल की राव्या अबु जोम थीं, जो 2014 में गाजा पर इजरायल के हवाई हमले के दौरान घायल हुई थीं। इस हमले में उनके घर को निशाना बनाया गया था। जवाब देने के अधिकार का प्रयोग करते हुए लोधी ने भारत पर 'मानवता के खिलाफ अपराध करने' और कश्मीर घाटी में 'क्रूरता अभियान' चलाने का आरोप लगाया। अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने उस लड़की की तस्वीर दिखाई जिसका चेहरा जख्म से भरा था। इस तस्वीर को न्यूयॉर्क टाइम्स व गार्जियन सहित कई ऑनलाइन फोटो गैलरीज में दिखाया गया था।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने भारत को दक्षिण एशिया में 'आतंकवाद की जननी' करार देते हुए आरोप लगाया कि पाकिस्तान के कई हिस्सों में नई दिल्ली आतंकवाद का प्रायोजन कर रहा है। सुषमा ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों को पैदा करने के लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा था।