संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने ड्यूटी पर अपनी जान गंवाने वाले भारत के 163 शांति रक्षकों को याद करते हुए भारत का शांति रक्षा अभियानों में ‘मजबूत और सतत’ समर्थन के लिए आभार जताया। उन्होंने लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन में तैनात इंडियन फॉर्म्ड पुलिस यूनिट की 125 महिला शांतिरक्षकों का भी जिक्र किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि भारत शांति रक्षा अभियानों में सबसे अधिक सैनिक भेजने वाला देश है और दुनियाभर में करीब 7,700 भारतीय शांति रक्षक तैनात हैं।
गुतारेस ने अंतरराष्ट्रीय शांति रक्षा दिवस के मौके पर कल विश्व निकाय के मुख्यालय में भारत द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक में मजबूत और सतत समर्थन के लिए भारत सरकार का आभार जताता हूं। निश्चित तौर पर आपने वैश्विक एकता और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया है।’ उन्होंने भारत के उन 163 शांतिरक्षकों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने विभिन्न शांति रक्षा अभियानों में अपनी जान गंवा दी।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष दो शांतिरक्षा अधिकारियों ने शांति रक्षा से संबंधित आदेशों में स्पष्टता के अभाव पर भारत द्वारा लगातार चिंता जताए रहने पर सहमति जताते हुए विभिन्न शांति रक्षा अभियानों में ज्यादा केंद्रित, प्राथमिकता के आधार पर और लक्ष्य हासिल करने वाले आदेश देने की जरुरत पर जोर दिया।
संयुक्त राष्ट्र में शांतिरक्षा आदेश जिस तरीके से स्वीकार किए जाते है, उस पर भारत लगातार चिंता जताता रहता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के उपस्थायी प्रतिनिधि तन्मय लाल ने चिंता जताई कि संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा से संबंधित अहम मुद्दों पर विचार नहीं किया जा रहा है। शांति रक्षा के लिए अवर महासचिव जीन पियरे लैक्रोइक्स ने भी भारत की चिंताओं पर सहमति जताई।