वॉशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिकी दूत ने रूस की यूक्रेन नीति की कड़ी निंदा करते हुए उससे पूर्वी यूक्रेन में हिंसा पर लगाम लगाने को कहा। अमेरिकी दूत ने कहा कि क्रीमिया से रूस के हटने तक रूस पर अमेरिकी प्रतिबंध जारी रहेगा।
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संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत निक्की हेली ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद में अपने पहले भाषण में कहा, ‘अमेरिका क्रीमिया पर रूसी कब्जे की निंदा करता है और वहां से उसके हटने की मांग करता है। क्रीमिया यूक्रेन का हिस्सा है। क्रीमिया को लेकर रूस पर हमारा प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक रूस वहां का नियंत्रण वापस यूक्रेन को नहीं सौंप देता।’ हेली पूर्वी यूक्रेन में हिंसा में अचानक आई तेजी को लेकर संयुक्त सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक में बोल रहीं थीं। क्रीमिया में रूस समर्थित अलगाववादी यूक्रेन की सेना से सशस्त्र संघर्ष में लगे हुए हैं।
हेली की टिप्पणी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों में बुनियादी अंतर है। हेली ने कहा, ‘मैं इसे दुर्भाग्यपूर्ण मानती हूं कि सुरक्षा परिषद में पहली ही बार आने पर मुझे रूस के आक्रामक व्यवहार की निंदा करनी पड़ेगी। हम रूस के साथ अच्छा संबंध चाहते हैं। लेकिन, पूर्वी यूक्रेन की भयावह स्थिति रूसी कार्रवाई की स्पष्ट और कड़ी निंदा करने की मांग करती है।’ हेली ने कहा, ‘पूर्वी यूक्रेन में अचानक संषर्ष तेज होने से हजारों लोग फंस गए हैं और प्रमुख आधारभूत ढांचे ध्वस्त हो गए हैं। बढ़ रहे संकट से और कई हजार लोगों पर खतरा बढ़ रहा है।’
ओबामा प्रशासन के भाषणों की प्रतिध्वनि हेली की टिप्पणी में सुनाई पड़ रही थी। लेकिन, संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजदूत विताली चर्किन ने संवाददाताओं से कहा, 'नए अमेरिकी प्रशासन का लहजा बदला हुआ है।' उन्होंने कहा कि वह हेली के भाषण से अचंभित नहीं हैं। रूस ने यूक्रेन पर हिंसा तेज करने का आरोप लगाया है। चर्किन ने कहा कि यूक्रेन हताशा में व्यग्रतापूर्वक संघर्ष का मसले के सैन्य समाधान की कोशिश कर रहा है।