वॉशिंगटन: अमेरिका ने सीरिया में हुए केमिकल हमले के जवाब में जवाबी कार्रवाई करते हुये गुरुवार रात सीरियाई एयरबेस पर दर्जनों क्रूज़ मिसाइल दागी। इस हफ्ते के शुरुआत में सीरियाई सरकार द्वारा किए गए हमले में करीब 80 नागरिक मारे गए थे, जिनमें बच्चों की संख्या काफी ज्यादा थी।
पिछले छह साल से गृहयुद्ध की मार झेल रहे सीरिया में पिछले दिनों बशर अल असद की सरकार पर अपने ही नागरिकों के खिलाफ रासायनिक हमले की खबरें आई थीं। हालांकि सीरियाई सरकार ने इस तरह के किसी भी हमले से इनकार किया था। रूस की पुतिन सरकार ने भी सीरियाई सरकार के सुर में सुर मिलाया था।
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ट्रंप सरकार के सत्ता में आने के बाद से अमेरिका ने अपनी सीरिया के संबंध में रणनीति बदलने का संकेत दिया था लेकिन रासायनिक हमले के बाद उसको फिर से ओबामा दौर की रणनीति पर लौटते हुए देखा जा रहा है। सीरियाई एयरबेस पर हमले को उसी का परिणाम माना जा रहा है।
सीरिया में कैमिकल अटैक से मची तबाही
बीते मंगलवार को यहां जो कुछ बी हुआ उसे देखकर आपका दिल पसीज जाएगा, सीरिया में जंग के बीच अब केमिकल अटैक होने लगा है, गैस के इस भयानक हमले ने सीरिया के एक शहर को तबाह कर दिया, जैसे ही केमिकल गैस का बम गिरा लोगों का दम घुटने लगा जो जहां था वहीं फ्रीज हो गया, बेइंतहा दर्द से तड़पने लगा, इस केमिकल अटैक से 100 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 11 मासूम भी शामिल हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोग अभी भी मौत से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। सीरिया के इदलिब में जहरीली गैस से हमला मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे के लगभग हुआ। लोग घरों के बाहर निकले तभी टारगेट करके उन पर कैमिकल बम से अटैक किया गया।