क्लीवलैंड: डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवारी को औपचारिक रूप से आज स्वीकार करते हुए अमेरिकियों से उन्हें व्हाइट हाउस में चुनने की अपील की और गोलीबारी एवं हमलों से जूझ रहे देश में कानून व्यवस्था फिर से स्थापित करने और अमेरिका को प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखने का संकल्प लिया।
70 वर्षीय रियल एस्टेट दिग्गज ने स्वयं को कानून व्यवस्था के लिए उम्मीदवार करार दिया और आईएसआईएस को हराने का संकल्प लिया। उन्होंने मेक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने का संकल्प दोहराया और जोर दिया कि आतंकवाद के मामले पर समझौता करने वाले देशों से आव्रजन पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए।
ट्रंप ने विनम्रता एवं कृतज्ञता के साथ नामांकन स्वीकार करते हुए इस्लामी आतंकवाद एवं इस्लामिक स्टेट को हराने का वायदा किया लेकिन देश में मुस्लिमों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध के अपने पहले के रूख को थोड़ा नरम कर दिया। ट्रंप ने कहा कि उनकी योजना अमेरिका को प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखने की है। मेरा सिद्धांत होगा: अमेरिकी पहले और दुनिया बाद में।
ट्रंप ने लोगों की तालियों की जोरदार गड़गड़ाहट के बीच कहा, यदि ऐसे नेता हमारा नेतृत्व करते हैं जो अमेरिका को प्राथमिकता नहीं देते, तो हमें इस बात को लेकर आश्वास्त हो जाना चाहिए कि अन्य देश अमेरिका को वह सम्मान नहीं देंगे जिसका वह हकदार है। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा पर नस्ली आधार पर फूट के बीज बोने का आरोप लगाते हुए कहा, व्हाइट हाउस के इस मुकाबले में मैं कानून एवं व्यवस्था का उम्मीदवार हूं।
ट्रंप ने कहा, राष्ट्रपति पद का इस्तेमाल हमें नस्लों एवं रंगों में बांटने के लिए करने वाले हमारे राष्ट्रपति की गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी ने अमेरिका में ऐसा माहौल पैदा कर दिया है जो सभी के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा, हमारा देश जिस अपराध एवं हिंसा से आज जूझ रहा है, वह जल्द ही, मेरा मतलब है कि बहुत जल्द ही, समाप्त हो जाएगी। ट्रंप ने अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन को अयोग्य करार दिया। उन्होंने कहा, हिलेरी क्लिंटन की विरासत है: मौत, विनाश, आतंकवाद एवं कमजोरी।
ट्रंप ने कहा कि यदि उन्हें नवंबर में होने वाले चुनाव में अमेरिका का राष्ट्रपति चुना जाता है तो वह आव्रजन प्रणाली को दुरस्त करेंगे जो अमेरिकी लोगों के लिए काम करेगी।
उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि जिन अमेरिकियों की आव्रजन सुरक्षा की मांगों को खारिज किया गया है और जिन नेताओं ने इसे खारिज किया है, वे आज रात मैं जो कहने जा रहा हूं, उसे ध्यान से सुनें। मेरे शपथ ग्रहण करने के बाद 21 जनवरी, 2017 को अमेरिकी एक ऐसे देश में जागेंगे जहां अमेरिका का कानून लागू होगा। हम सभी का ध्यान रखेंगे और हमारी अनुकंपा सभी पर रहेगी।