वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं जो अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप की कोशिश करने वाले देशों या विदेशी नागिरकों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की अनुमति देता है। मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनावों में रूसी हस्तक्षेप का आभास प्रबल होने के बीच यह कदम उठाया जा रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का अब मानना है कि रूस इस साल होने वाले मध्यावधि चुनावों और 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में भी फिर से हस्तक्षेप करने की कोशिश करेगा। (भारत-अमेरिका के संबंधों में ऐतिहासिक बदलाव को दर्शाती है पहली ‘टू प्लस टू’ वार्ता )
वॉल स्ट्रीट जनरल समाचारपत्र के मुताबिक ट्रंप बुधवार तक इस संबंध में एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। आदेश की जानकारी रखने वाले एक अमेरिकी अधिकारी ने इसे विदेशी शत्रुओं के हस्तक्षेप को रोकने के “जरूरी प्रावधानों में एक और कदम” के तौर पर परिभाषित किया। अखबार ने अधिकारी के हवाले से कहा, “यह एकमात्र समाधान नहीं है बल्कि यह राष्ट्रपति के बयान को स्पष्ट करता है कि इस तरह की गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके लिए सजा मिलेगी।”
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता गैरेट मर्किस ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप हमारे देश के चुनावों को विदेशी हस्तक्षेप से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि उनका प्रशासन किसी भी दूसरे देश या अन्य दुर्भावनापूर्ण कारक द्वारा हमारे चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा।” खबरों के मुताबिक यह आदेश सीआईए, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी, गृह सुरक्षा विभाग और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक कार्यालय को यह निर्धारण करने का काम सौंपेगा कि हस्तक्षेप हुआ है या नहीं।