वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि हेलसिंकी में उनकी रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई बातचीत बहुत अच्छी रही। बैठक के दौरान दोनों के बीच विभिन्न द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई। पुतिन के साथ पहली शिखर वार्ता के बाद सोमवार को अमेरिका लौटे ट्रंप ने कहा कि दोनों नेता भविष्य में और बैठकें करने की योजना बना रहे हैं। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को बताया कि ढाई घंटे की बैठक के दौरान उन्होंने मध्य एशिया , सीरिया , ईरान और आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर बातचीत की। (कुलभूषण जाधव की सजा पर पाक ने ICJ में दाखिल किया दूसरा जवाबी हलफनामा )
उन्होंने कहा , “ मैंने बेहद मजबूत पक्ष के तौर पर राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत की। हमारी अर्थव्यवस्था फल-फूल रही है और इस साल हमारी सेना को 700 अरब डॉलर की निधि दी गई , अगले साल 716 अरब डॉलर दिए जाएंगे। यह एक सेना के तौर पर अबतक की सबसे शक्तिशाली सेना होगी। ” उन्होंने बताया कि दोनों ने ईरान पर भी बात की। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को समाप्त कर दिया था जो सबसे खराब समझौतों में से एक था। साथ ही उन्होंने कहा कि इसका ईरान पर बड़ा प्रभाव पड़ा है और इसने ईरान को काफी हद तक कमजोर किया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि किसी मोड़ पर ईरान उससे बात करेगा और नया समझौता करेगा। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने और व्लादिमीर पुतिन ने इस्राइल और उसकी सुरक्षा पर चर्चा की। इसके अलावा बड़े मुद्दों में उत्तर कोरिया और उसके परमाणु हथियारों को नष्ट करने की जरूरत पर बातचीत शामिल थी। ट्रंप के मुताबिक सबसे महत्त्वपूर्ण मुद्दा विश्वभर से परमाणु हथियारों को हटाना है।