वाशिंगटन: जर्नल ऑफ फैमिली प्लानिंग एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ केयर में प्रकाशित एक नये अध्ययन में यह चेतावनी दी गयी है कि लैंगिक एवं प्रजनन स्वास्थ्य नीति में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बदलावों से दुनिया भर में महिलाओं के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। सान फ्रांसिस्को के केलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डेनियल ग्रॉसमन ने अध्ययन में कहा, ज्यादा प्रभावशाली गर्भनिरोध के इस्तेमाल के और अनचाहे गर्भधारण में कमी के लिहाज से काफी प्रगति हुई है। लेकिन ट्रम्प की नीतियों से महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर हुई प्रगति छिन सकती है।
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एक चिंताजनक घटनाक्रम ट्रम्प द्वारा मेक्सिको सिटी पॉलिसी दोबारा लागू करना है जिसे ग्लोबल गैग रूल के नाम से भी जाना जाता है। इस नीति के तहत दुनिया भर में अमेरिका द्वारा वित्त पोषित संगठन अपने अपने देशों में गर्भपात संबंधी स्वास्थ्य देखभाल मुहैया नहीं करा सकते, उनके बारे में सूचना नहीं दे सकते या उनकी वकालत नहीं कर सकते। ट्रम्प ने 1973 के ऐतिहासिक रो बनाम वेड फैसला पलटने के समर्थन में भी बयान दिए हैं। उस फैसले में गर्भपात वैध करार दिया गया था।
ग्रॉसमन ने कहा कि यह साफ नहीं है कि फैसले को पलटा जा सकता है, यह चिंताजनक है क्योंकि अधिक प्रतिबंधात्मक कानून पारित करने को लेकर नये प्रशासन के अधीन राज्य विधायिकाओं एवं अमेरिकी कांग्रेस का हौसला बढ़ेगा। ग्रासमन ने कहा कि इनके अलावा दूसरी प्रत्याशित नीतियों से महिलाओं एवं लेस्बियन, गे, ट्रांसजेंडर लोगों के साथ भेदभाव हो सकता है और लैंगिक एवं प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की उपलब्धता प्रभावित हो सकती है।