वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बीच जापान और दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की मजबूत प्रतिबद्धता जताई है। व्हाइटहाउस ने कहा कि ट्रंप ने जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे और दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति ह्वांग क्यो-अहं से फोन पर बात की। इस बातचीत के दौरान ट्रंप ने उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते खतरों को देखते हुए जापान और दक्षिण कोरिया के साथ खड़े होने की मजबूत प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
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व्हाइटहाउस ने कहा, उन्होंने जोर दे कर कहा कि उनका प्रशासन उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइलों से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि ट्रंप दोनों नेताओं के द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए सहमत हैं और उत्तर कोरिया को यह दिखाने के भी, कि उसकी उकसावे और धमकी भरी
कार्रवाई के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसबीच कोरिया में मौजूद अमेरिकी बलों ने घोषणा की है कि थाड मिसाइल कोरियाई प्रायद्वीप आ गई है। पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने कहा कि रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने अपने जापानी समकक्ष तोमोमी इनाडा से उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण पर बातचीत की।
गौरतलब है कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया ने हाल ही में चार बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थी जिसमें से तीन मिसाइलें जापान के जलक्षेत्र में गिरी थी। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा कि उत्तर कोरिया ने लगभग एक साथ चार मिसाइलें दागीं जिनमें से तीन जापान के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र में गिरीं। दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इस प्रक्षेपण के जवाब में दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति ह्वान क्यो आन ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की एक आपातकालीन बैठक बुलाई।
सोल एवं वाशिंगटन ने पिछले सप्ताह वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किए थे जिनसे नाराज प्योंगयांग ने इन्हें आक्रमण के लिए भड़काउ अभ्यास बताकर इनकी निंदा की थी। फोल ईगल अभ्यास शुरू होने के एक दिन बाद उत्तर कोरिया की सेना ने शत्रु बलों के खिलाफ बेरहमी से परमाणु जवाबी कार्रवाई करने को कहा था।