वाशिंगटन: अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने प्रवासियों के लिए योग्यता आधारित व्यवस्था के बारे में संकेत देते हुए बताया कि उन्हें कुशल, कार्यरत और अंग्रेजी बोलने वाले प्रवासियों से कोई दिक्कत नहीं है। अधिकारी ने बताया कि ऐसे प्रवासी दुनिया के किसी भी हिस्से से हो सकते हैं बस वे इन योग्यताओं को पूरा करते हों। अगर ऐसी कोई नीति बनाई और लागू की जाती है तो इससे भारत जैसे देशों को लाभ हो सकता है जिसके ज्यादातर लोग इस मापदंड को पूरा करते हैं। (एच1बी वीजा ऐसा कार्यक्रम है जो अमेरिकी कर्मियों को खतरे में डालता है: रिपब्लिकन सीनेटर )
अधिकारी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन अमेरिका के राष्ट्रीय हितों को पूरा करने के लिए आव्रजन प्रणाली में सुधार करना चाहता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि दुनिया के किसी भी हिस्से से लोग आए, वे इस देश को प्यार करते हों, यहां के लोगों से प्यार करते हों, जो कुशल हों, प्रतिभाशाली हों, जो अंग्रेजी भाषा बोलते हों, जो हमारे मूल्यों और जैसी जिंदगी हम जीते हैं उसका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हों।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम सभी पृष्ठभूमियों या दुनिया के किसी भी स्थान के व्यक्तियों को अमेरिका में आने देना चाहेंगे लेकिन उनकी योग्यता तथा सफलता की संभावना के आधार पर।’’ उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी विदेशी नागरिक को स्वीकार नहीं किया जाएगा तो आतंकवाद से संबंधित अपराध करें या आतंकवाद का समर्थन करने की साजिश रचे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य सभी रूपों में आतंकवाद का खात्मा करना है चाहे वह कहीं से भी पैदा हुआ हो।’’