वाशिंगटन: अमेरिकी कांग्रेस द्वारा महत्वाकांक्षी ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप (टीपीपी) के अनुमोदन की संभावना नहीं होने की बात स्वीकार करते हुए व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह अमेरिकी लोगों के लिए गंवा दिया गया एक अहम मौका होगा। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि वे अपने कार्यालय के पहले दिन ही टीपीपी से अमेरिका का नाम वापस ले लेंगे। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट से उनके दैनिक संवाददाता सम्मेलन में जब इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, मैं इस बात को स्वीकार करूंगा कि इस कांग्रेस में या फिर राष्ट्रपति ओबामा के कार्यालय छोड़ने से पहले टीपीपी के अनुमोदन की संभावनाएं बहुत अच्छी नहीं हैं। (विदेश की बाकी खबरों के लिए पढ़ें)
उन्होंने कहा, यदि कांग्रेस ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप का अनुमोदन नहीं करती तो यह अमेरिकी लोगों के लिए एक अहम अवसर गंवाने की तरह होगा क्योंकि टीपीपी में शामिल अन्य देशों से कुछ बहुत स्पष्ट संकेत मिले थे कि यदि अमेरिका आगे नहीं बढ़ता है, तो भी वे वास्तव में आगे बढ़ना चाहते हैं। इससे अमेरिकी व्यापार एवं अमेरिकी कर्मियों को नुकसान होगा। अर्नेस्ट ने कहा, आपके पास अहम अर्थव्यवस्थाओं एवं विकासशील अर्थव्यवस्थाओं वाले अन्य देश हैं जहां अमेरिका पहले ही व्यापार करता है, लेकिन इससे अमेरिका के व्यापार एवं अमेरिकी कर्मियों को नुकसान होगा क्योंकि हम टीपीपी से पैदा होने वाले अवसरों का लाभ नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा, आप टीपीपी का हिस्सा बने देशों को आगे बढ़ते और उन बाजारों में लाभ प्राप्त करते देखेंगे जो अमेरिकी कंपनियों ने एशिया प्रशांत में खो दी होंगी। यह वास्तव में शर्म की बात है। अर्नेस्ट ने कहा कि इस फैसले से सर्वाधिक लाभ चीन को होगा। शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर जॉन मैकेन ने भी व्हाइट हाउस की इस बात से सहमति व्यक्त की।