वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी साहस एवं बलिदान के 20 वर्ष बाद सैनिकों को घर वापस बुलाने का समय आ गया है। उन्होंने साथी नागरिकों को आश्वासन दिया कि उनका प्रशासन देश के लिए भविष्य में पनपने वाले खतरों को कुचलने के लिए क्षमताएं बरकरार रखेगा। बाइडन ने यह आश्वासन बुधवार को कांग्रेस के संयुक्त सत्र में अपने पहले भाषण में युद्ध से थक चुके अमेरिकियों को दिया।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, “अमेरिकी पराक्रम एवं बलिदान के 20 वर्षों बाद, वक्त हमारे सैनिकों को घर वापस बुलाने का है। ऐसा करते हुए भी हम देश के सामने भविष्य में आने वाले खतरों को कुचलने के लिए एड़ी चोटी की क्षमताएं बरकरार रखेंगे।” उन्होंने कहा, “लेकिन यह भूल न करें - आतंकवादियों का खतरा 2001 के बाद से अफगानिस्तान से इतर भी पनपा है और हमें अमेरिका के लिए कहीं से भी उभरने वाले खतरों के प्रति चौकन्ना रहना होगा। अलकायदा और आईएसआईएस की मौजूदगी यमन, सीरिया, सोमालिया और अफ्रीका तथा पश्चिम एशिया के अन्य हिस्सों और उनसे परे भी हैं।”
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में, बाइडन ने घोषणा की थी कि वह 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुला लेंगे। अमेरिका अफगानिस्तान से सैनिकों की अंतिम टुकड़ियों को बुलाने की प्रक्रिया इस साल एक मई से शुरू करेगा। जनवरी में बाइडन के राष्ट्रपति पद संभालने के वक्त अफगानिस्तान में 2,500 से 3,000 अमेरिकी सैनिक थे।