स्टॉकहोम: अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों जैफ्री सी हाल, माइकल रोसबाश तथा माइकल डब्ल्यू यंग को मानव शरीर की आंतरिक जैविक घड़ी विषय पर किए गए उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए इस साल के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। आंतरिक जैविक घड़ी को सर्केडियन रिदम के नाम से जाना जाता है। नोबेल असेम्बली ने कहा है, उनकी खोजों में इस बात की व्याख्या की गई है कि पौधे, जानवर और इंसान किस प्रकार अपनी आंतरिक जैविक घड़ी के अनुरूप खुद को ढालते हैं ताकि वे धरती की परिक्रमा के अनुसार अपने को ढाल सकें। (कुवैत जेल से रिहा हुए 22 कैदी, 97 लोगों की सजा कम की गई)
असेंबली ने कहा कि हाल (72), रोसबाश (73) और यंग (68) आंतरिक जैविक घड़ी का पता लगाने और इसके आंतरिक कामकाज को स्पष्ट करने में सफल रहे हैं। यह आंतरिक जैविक घड़ी हारमोन के स्तर, नींद, शरीर के तापमान और उपापचय जैसे जैविक कार्यों को प्रभावित करती है।
तीनों वैज्ञानिकों ने उस जीन को अलग करने का काम किया जो रोजर्मा की जैविक स्थिति को नियंत्रित करते हैं। नोबेल टीम ने कहा, इन्होंने दिखाया कि ये जीन उस प्रोटीन को परवर्तित करने का काम करते हैं जो रात के समय कोशिका में जम जाती हैं और फिर दिन के समय बहुत ही छोटा आकार ले लेती हैं। ये तीनों वैग्यानिक करीब 11 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि साझा करेंगे।