ह्यूस्टन: अमेरिका के ह्यूस्टन में पिछले हफ्ते ड्यूटी के दौरान मारे गए पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल के अंतिम संस्कार में हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए। पुलिस अधिकारियों, सिख समुदाय के लोगों, भारतीय मूल के अमेरिकियों और ह्यूस्टन इलाके के निवासियों समेत हजारों लोगों ने बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी। 42 वर्षीय धालीवाल हैरिस काउंटी के पहले सिख डिप्टी शेरिफ थे और पूरे इलाके में काफी लोकप्रिय थे। आपको बता दें कि हैरिस काउंटी में सिखों की आबादी 10,000 से अधिक है।
जब सुर्खियों में आया था धालीवाल का नाम
धालीवाल का नाम उस वक्त सुर्खियों में आया था जब उन्हें नौकरी में रहते हुए दाढ़ी रखने और पगड़ी पहनने की इजाजत दी गई थी। पश्चिमोत्तर ह्यूस्टन में नियमित ट्रैफिक जांच करने के दौरान पिछले शुक्रवार गोली मार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। संदिग्ध हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। धालीवाल को उनके साथी पुलिस अधिकारियों ने 21 बंदूकों की सलामी दी। बीन-बाजा (बैगपाइप) पर ‘अमेजिंग ग्रेस’ की धुन बजने के बीच, एचसीएसओ के सदस्यों ने उस अमेरिकी ध्वज को तह किया जिससे धालीवाल का ताबूत लपेटा गया था।
पत्नी ने सीने से लगाया अमेरिकी ध्वज
शेरिफ एड गोंजालेज ने धालीवाल के ताबूत पर लपेटे गए अमेरिकी ध्वज को उनकी पत्नी को सौंपा, जिन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। बैरी सेंटर में पुलिस महकमे की स्मारक सेवा के बाद धालीवाल का परिवार और एचसीएसओ के सदस्यों ने विनफोर्ड फ्यूनरल होम में उनका अंतिम संस्कार किया। समुदाय के अन्य लोगों एवं संस्कार में शामिल होने आए बाकी लोगों को लंगर के लिए 7500 नॉर्थ सैम पार्कवे वेस्ट के गुरुद्वारा सिख नेशनल सेंटर आमंत्रित किया गया।