वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ वॉशिंगटन में आयोजित रैली में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक जुटे हैं। इस रैली को ट्रंप बुधवार को संबोधित करने वाले हैं। ट्रंप ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘वॉशिंगटन उन लोगों से भर गया है जो नहीं चाहते है कि चरमपंथी वाम डेमोक्रेट चुनाव में जीत का हरण कर सके। हमारे देश ने बहुत सहा अब वे और नहीं सहन करेंगे। हम आपको यहां ओवल ऑफिस से सुनेंगे। एक बार फिर अमेरिका को महान बनाएंगे।’
11 बजे रैली को सबोधित करेंगे ट्रंप
ट्रंप का स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है। यह रैली ठीक उसी समय होगी जब कांग्रेस के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति निर्वाचन मंडल के मतों की गिनती होगी और 3 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को सत्यापित किया जाएगा। रिपब्लिक पार्टी के प्रत्याशी रहे ट्रंप ने अबतक चुनाव नतीजों को स्वीकार नहीं किया है और अपने गैर-प्रमाणित दावे को दोहराया है कि राष्ट्रपति चुनाव में धांधली की गई है। उन्होंने अमेरिकी अदालतों में चुनाव को लेकर करीब एक दर्जन वाद दाखिल किए लेकिन असफल रहे।
शपथ की तैयारी कर रहे हैं बाइडेन
वहीं, दूसरी ओर डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडेन जो चुनाव में जीते हैं 20 जनवरी को देश के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं। हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक वॉशिंगटन के पुराने इलाके में जमा हैं, उनके हाथों में पोस्टर-बैनर है जिनपर लिखा है ‘चोरी बंद करो’ और ‘ट्रंप मेरे राष्ट्रपति हैं।’ अमेरिकी मीडिया ने रिपब्लिकन एवं डेमोक्रेटिक समर्थकों के बीच हिंसक झड़प की आशंका जताई है। वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी खबर में लिखा, ‘कुछ अधिकारियों को आशंका है कि अगर विरोध, हिंसक संघर्ष में तब्दील होता है तो ट्रंप कानून व्यवस्था को बनाए रखने और अपने कथित 7.4 करोड़ समर्थकों की रक्षा करने के लिए फसाद विरोधी अधिनियम लागू कर सकते हैं।’
‘मैं जी-जान से लड़ाई लड़ता रहूंगा’
बता दें कि एक दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि वह राष्ट्रपति पद पर बने रहने के लिए 'जी-जान से लड़ाई' लड़ते रहेंगे। उन्होंने रिपब्लिकन सांसदों से भी बाइडेन की जीत को पलटने के लिए प्रयास करने को कहा है। इस सप्ताह संसद की बैठक होगी जिसमें इलेक्टोरल कॉलेज वोट के नतीजों की पुष्टि की जाएगी। ट्रंप समर्थकों ने सोमवार रात को जॉर्जिया में रैली निकाली। ट्रंप ने समर्थकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा, ‘नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन व्हाइट हाउस नहीं पहुंचने वाले हैं।’ उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा का मकसद संसद की बैठक से पहले रिपब्लिकन सांसदों का उत्साह बढ़ाना है, लेकिन अपने संबोधन में अधिकतर समय उन्होंने चुनाव पर ही चर्चा की और कहा कि ‘जीत हमारी हुई है।’
एंटीफा पर व्हाइट हाउस का बड़ा बयान
व्हाइट हाउस ने मंगलवार देर रात बयान जारी कर कहा कि एंटीफा (वामपंथी) कार्यकर्ता नृशंसता से कानून का पालन करने वाले दोस्तों, पड़ोसियों, कारोबारियों पर हमला कर रहे हैं और ऐतिहासिक चिह्नों को नष्ट कर रहे हैं जिन्हें समुदायों ने दशकों में बनाया है। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘अमेरिका में हिंसा एवं अराजकता का कोई स्थान नहीं है और इसे घरेलू आतंकवाद ही कहा जा सकता है। आज राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने आशयपत्र पर हस्ताक्षर किए हैं जो सुनिश्चित करेगा कि संघीय अधिकारी वामपंथी कार्यकर्ताओं की गतिविधियों का आकलन संघीय कानूनों संदर्भ में करे जो आतंकवादी संगठनों के साथ लोगों को जुड़ने से रोकता है और आपराधिक गतिविधियों की मंशा पर रोकथाम लगाता है।’