वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में समान मूल्यों पर आधारित राष्ट्रीय एकता की अपील की है। ट्रंप ने यह अपील वर्जीनिया में हुई नस्लीय हिंसा पर अपनी उस विवादास्पद टिप्पणी के बाद की है जिसकी चौतरफा आलोचना हुई थी। मंगलवार को फीनिक्स में हुई एक रैली में ट्रंप ने वर्जीनिया में हुई घातक दक्षिणपंथी हिंसा पर की गई अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए इसके बेईमानपूर्ण मीडिया कवरेज की निंदा की। शारलोट्सविले में एक रैली के दौरान हुई हिंसा के लिए सभी पक्षों को जिम्मेदार ठहराने के लिए ट्रंप को हर तरफ से नाराजगी झेलनी पड़ी थी। इस हिंसा में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। (ब्राजील: नदी में नाव डूब जाने से कम से कम 10 की मौत, दर्जनों लापता)
हालांकि ट्रंप कल ठीक इसके उलट अंदाज में नजर आए और उन्होंने कहा वह जख्म जो हमें विभाजित करते हैं उनसे उबरना होगा। नेवाडा के रेनो में अमेरिकी सैन्य सम्मलेन में उन्होंने सेवानिवृत सैनिकों के समूह से कहा अब वक्त है उन जख्मों को भरने का जो हमें अलग-अलग करते हैं और हमें एक करने वाले समान मूल्यों पर आधारित एक नई एकता तलाश करने का। हम एक हैं जिनका एक घर है और एक महान ध्वज है। उन्होंने कहा हमारा रंग, वेतन या राजनीतिक विचारधारा हमें परिभाषित नहीं करता है। हम परिभाषित होते हैं मानवता से, इस अद्भुत राष्ट्र की नागरिकता से और हमारे दिलों में मौजूद प्रेम से।
ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिकियों के पास कुछ कर दिखाने का साहस है, दृढ़ रहने का हौसला है और अपने साथी नागरिकों के लिए सच्चे प्यार के साथ देशभक्ति का जज्बा है तो अमेरिकी अपने भविष्य का निर्माण साथ में कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रंप ने मीडिया पर आरोप लगाया है कि वह अपनी खबरों में नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं। इसी बीच व्हाइटहाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति उन तरीकों की तलाश कर रहे हैं जो हमें एकजुट करे और हमारे देश में हो रहे विभाजनों को रोक सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि अर्थव्यवस्था को विकसित कर, रोजगार के बेहतर अवसर पैदा कर और लोगों को बेहतर जीवन देकर इसे बहुत हद तक रोका जा सकता है।