वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन मध्य-पूर्व में शांति लाने की अपनी बहुप्रतीक्षित योजना को अंतिम रूप दे रहा है। खबरों के मुताबिक, जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा इसे पेश करने की उम्मीद है। आधिकारिक सूत्रों ने 'द न्यूयार्क टाइम्स' को रविवार को बताया कि इस योजना को जारी करने का अभी कोई समय निश्चित नहीं हुआ है। व्हाइट हाउस के लिए तुरंत की चुनौती यह है कि इसका कार्यान्वयन कैसे किया जाए कि इसके लागू होते ही इसे असफल घोषित न किया जा सके।
ट्रंप द्वारा जेरुसलम को इस्राइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के फैसले के बाद से फिलिस्तीनी अभी भी आक्रोशित हैं और व्हाइट हाउस द्वारा वार्ता के अनुरोध को उन्होंने नकार दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने दैनिक समाचार पत्र को बताया कि प्रशासन इस उम्मीद से दस्तावेजों का खुलासा करने पर विचार कर रहा है कि इससे फिलिस्तीन पर शांति वार्ता के लिए वापस आने का दबाव पड़ेगा। 'द हिल' नामक एक पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने फिलिस्तीन और इस्राइल के बीच शांति समझौते में मध्यस्थता करने का वचन दिया है।
उन्होंने कूटनीतिक अनुभवों की कमी होने के बावजूद अपने दामाद और वरिष्ठ सलाहकार जेरेड कुशनेर को इस दिशा में एक प्रस्ताव बनाने का काम सौंपा है। यह प्रस्ताव ऐसे समय जारी किए जाने हैं जब इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण राजनैतिक अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं।