दोहा। अफगानिस्तान में शांति को लेकर उम्मीदें एक बार फिर बढ़ने लगी है। तालिबान के खिलाफ करीब दो दशकों से जंग लड़ने के बाद अमेरिका ने शांति वार्ता शुरू कर दी है। अमेरिका और तालिबान ने शनिवार को एक बार फिर से शांति वार्ता शुरू की। तालिबान के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। अमेरिका चाहता है कि अफगानिस्तान में इस साल सितंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले यह शांति समझौता हो जाए।
तालिबान के प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिका के प्रतिनिधियों और इस्लामिक अमीरात के वार्ता दल के बीच सातवें दौर की बातचीत दोहा में शुरू।’’ वार्ता शुरू होने के डेढ़ घंटे बाद मुजाहिद ने पुरुषों के एक समूह की वीडियो पोस्ट की, जिसमें हथियारों से लैस कुछ नकाबकोश पहाड़ों के बीच बैठे नजर आ रहे हैं।
यह समझौता होने पर अमेरिका करीब 17 साल बाद अफगानिस्तान से अपने सैनिक वापस बुला सकता है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को अपने काबुल दौरे की घोषणा करते हुए कहा था कि वह ‘‘एक सितम्बर से पहले’’ शांति समझौता होने की उम्मीद करते हैं।