अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन अपने पहले पाकिस्तान दौरे के बात बुधवार को पहली बार भारत पहुंचे। टिलरसन आज भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज से मुलाकात की जहां उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान के मुद्दे पर चर्चा की। गौरतलब है कि अपने दक्षिण एशिया के 7 दिवसीय दौरे पर टिलरसन सऊदी अरब, कतर, पाकिस्तान, भारत और स्विट्जरलैंड की यात्रा कर रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के साथ बातचीत के बाद सुषमा स्वराज ने कहा कि अफगानिस्तान में हो रहे हमलों से चिंतित हैं पाकिस्तान को आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्वाई करनी चाहिए। (चीन ने बनाई दुनिया की पहली स्मार्ट ट्रेन, बिना पटरी दौड़ेगी सड़क पर)
बैठक के दौरान सुषमा स्वाराज ने अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से एच1बी वीजा के मुद्दे पर भी चर्चा की और साथ ही यह भी अनुरोध किया कि भारतीयों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली कार्रवाई ना की जाए। बैठक के दौरान टिलरसन ने कहा कि आतंकवादियों के पनाहगाह को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक के बाद दोनों ही नेताओं ने साथ में प्रेस कॉंफ्रेस को संबोधित किया। सुषमा स्वराज ने कहा, 'हम अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारी को उच्च प्राथमिकता देते हैं।' सुषमा स्वराज ने बताया कि सुरक्षा और आतंकरोधी मसलों पर हमारे बीच गहन विचार हुआ है। अमेरिका से कच्चे तेल की खरीदारी से हमारे ऊर्जा संबंध बढ़े हैं। अफगानिस्तान में बढ़ रही आतंकी हिंसाओं पर भी भारत ने चिंता जाहिर की है।
बैठक में पाक पर भी हुई चर्चा
बैठक में दोनों ही नेताओं ने पाकिस्तान में चल रहे आतंकवाद पर भी चर्चा की। प्रेस कॉंफ्रेस में सुषमा ने बताया कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी देश आतंकियों को शरण ना देने पाए। सुषमा ने यह बी कहा कि पाकिस्तान को अपनी ज़मीन से आतंकियों की शरणस्थली को तुंरत खत्म करना होगा, तभी राष्ट्रपति ट्रंप की रणनीति काम करेगी।
उत्तर कोरिया मुद्दे पर भारत अमेरिका के साथ
प्रेस कॉंफ्रेंस में उत्तर कोरिया से जुड़े एक सवाल पूछे जाने पर सुषमा स्वाराज ने कहा कि 'हमारा और नॉर्थ कोरिया का ट्रेड कम हो गया है। हमारा छोटा दूतावास है वहां। मैंने टिलरसन से कहा कि कुछ मित्र देशों के दूतावास वहां रहें ताकि आपसी संवाद का रास्ता खुला रहे। मुझे लगता है कि टिलरसन ने इस बात को समझा है।'