संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कार्यालय के प्रमुख ने कहा कि राष्ट्र-प्रायोजित आतंकवाद बहुत चुनौतीपूर्ण मुद्दा है क्योंकि इससे दुनिया के कई हिस्सों में स्थिरता को नुकसान पहुंच सकता है। संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद विरोधी कार्यालय के अवर महासचिव व्लादिमीर वोरोंकोव ने बृहस्पतिवार को एक डिजीटल प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि सदस्य देशों को राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद पर चर्चा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह बहुत चुनौतीपूर्ण मुद्दा है क्योंकि इससे दुनिया के कई हिस्सों में स्थिरता कमजोर हो सकती है।’’ उन्होंने भारत के खिलाफ पाकिस्तान से अंजाम दी जा रही राष्ट्र प्रायोजित आतंकवादी गतिविधियों और पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई की मांगों पर एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद विरोधी कार्यालय ने कहा कि अभी चल रहे वर्चुअल आतंकवादी विरोधी सप्ताह के दौरान इस मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच चर्चा करना बहुत मुश्किल है। आतंकवाद विरोधी सप्ताह के दौरान भारत ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई थी।
भारत ने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि दुनिया वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए एकजुट हो रही है लेकिन ऐसे में यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश पाकिस्तान झूठी कहानियों को फैलाने के हर अवसर का इस्तेमाल कर रहा है और भारत के खिलाफ निराधार, दुर्भावनापूर्ण और झूठे आरोप लगाता है तथा उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है।