वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया की ओर से संभावित छठे परमाणु परीक्षण की अटकलों के बीच आज कहा कि प्योंगयांग एक समस्या है जिसपर ध्यान रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि वह विश्वास करते हैं कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस समस्या से निपटने के लिये कड़ी मेहनत कर रहें हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने गत सप्ताह फ्लोरिडा में जिनपिंग के साथ काफी समय बिताया है। मैं वास्तव में राष्ट्रपति जिनपिंग को पसंद कर रहा हूं और उनका सम्मान कर रहा हूं। वह बहुत ही खास आदमी है। मुझे लगता है कि वह इस मुद्दे पर बहुत कठिन परिश्रम कर रहें हैं। (क्या है मदर ऑफ आल बम, जिसे अमेरिका ने गिराया IS के ठिकानों पर)
वहीं उत्तर कोरिया अपने पंगये-री न्यूक्लियर टेस्ट साइट से न्यूक्लियर परीक्षण करने के लिए तैयार है, यह खबर 38वीं नार्थ मॉनीटरिंग ग्रुप द्वारा रिपोर्ट की गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह न्यूक्लियर टेस्ट साइट 'सशक्त और तैयार' है. इन ख़बरों के बाद से अमेरिकी प्रेस में कहा जा रहा है कि अमेरिका उत्तर कोरिया पर कार्रवाई कर सकता है.
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शनिवार को संस्थापक किम इल-संग की 105वीं वर्षगांठ पर उत्तर कोरिया परमाणु या मिसाइल परीक्षण कर सकता है। अलग-थलग पड़ा उत्तर कोरिया काफी समय से लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल विकसित करने की कोशिश में है, जो परमाणु आयुध से अमेरिकी मुख्य भूभाग को निशाना बना सकती हो। अब तक यह पांच परमाणु परीक्षण कर चुका है। इनमें से दो परीक्षण पिछले साल किए गए थे। वहीं दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री युन ब्युंगसे ने कहा है कि उन्हें भरोसा है कि अमेरिका उत्तर कोरिया के खिलाफ हमले करने से पहले सोल के साथ विचार-विमर्श जरूर करेगा।
ऐसी संभावना है कि इस तरह के किसी परीक्षण के जवाब में अमेरिकी सेना उत्तर कोरिया के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। युन ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि यदि अमेरिका उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है तो वह दक्षिण कोरिया के साथ विचार-विमर्श करेगा। सोल और वाशिंगटन इस समय संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। इस वार्षिक अभ्यास को उत्तर कोरिया युद्ध का अभ्यास मानता है।