वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप की साइबर सुरक्षा टीम के 7 सदस्यों ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है। इन सदस्यों में भारतीय मूल के एक डाटा वैज्ञानिक भी शामिल है। फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार एक सामूहिक इस्तीफा पत्र में राष्ट्रीय आधारभूत सलाहकार परिषद (NIAC) के सदस्यों ने साइबर सुरक्षा के प्रति प्रशासन में कमी और अमेरिका की नैतिक संरचना को कम आंके जाने के संबंध में अपनी चिंता जताई है।
पत्र में कहा गया आपने साइबर सुरक्षा की इस महत्वपूर्ण प्रणाली को लेकर पैदा हो रहे खतरों को लेकर समुचित ध्यान नहीं दिया जिस पर सभी अमेरिकी निर्भर है। उन्होंने पत्र में कहा, ‘शार्लोट्सविले में भयानक हिंसाओं के बारे में ध्यान दिलाए जाने पर असहिष्णुता और घृणा पैदा करने वाले समूहों की हिंसा की निंदा करने में उनकी विफलता रही। यह भी एक कारण है जिससे उन्हें इस्तीफा देना पड़ा है।’ पिछले प्रशासन में नियुक्त किए गए इन सदस्यों ने पैनल की प्रस्तावित त्रैमासिक व्यावसायिक बैठक से कुछ समय पहले इस्तीफा दिया है।
ओबामा के समय के इन अधिकारियों में व्हाइट हाउस के प्रमुख डाटा वैज्ञानिक डी. जे. पाटिल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति कार्यालय के प्रमुख क्रिस्टीन डोरगेलो और पर्यावरण गुणवत्ता पर व्हाइट हाउस परिषद के प्रबंध निदेशक क्रिस्टी गोल्डफस शामिल हैं।