वॉशिंगटन: पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान के युद्ध की तुलना वियतनाम से करने को लेकर शक्तिशाली रिपब्लिकन सीनेटर जॉन मैक्केन की आलोचना की। आसिफ ने वॉशिंगटन में कांग्रेस समर्थित थिंक टैंक यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में कहा, ‘सीनेटर मैक्केन वियतनाम और अफगानिस्तान में युद्ध को समानांतर रख रहे हैं। मैं इस मंच से उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उन्हें इतिहास की कम समझ है।’ सीनेट की शक्तिशाली सशस्त्र सेवा समिति के चेयरमैन मैक्केन को पाकिस्तान के मित्र के तौर पर जाना जाता है। मैक्केन के खिलाफ आसिफ की तीखी टिप्पणी की वजह अभी स्पष्ट नहीं है।
आसिफ ने कहा कि जब अमेरिकी वियतनाम युद्ध में शामिल हुए तो वे दरअसल पहले दिन से ही लड़ाई हार गए थे। उन्होंने कहा, ‘इंडो-चाइना युद्ध में फ्रेंच अमेरिकियों के मुकाबले ज्यादा चालाक थे। उन्होंने अमेरिकियों को एक हारा हुआ युद्ध सौंपा और अमेरिकी डेढ़ दशक तक ऐसे युद्ध में शामिल रह कर काफी खुश थे जिसका कोई अंत नहीं था। कई अन्य वजहें थीं। चलिए इतिहास के फैसले का सामना करें। इतिहास का फैसला यह था कि आप वियतनाम में मूर्ख बने और आप लड़ाई हार गए।’
आसिफ ने ट्रंप प्रशासन की नई दक्षिण एशिया नीति पर अपना विरोध जताते हुए कहा कि जिस तरीके से अफगान समस्या को देखा जा रहा है तो इतिहास का फैसला यह होगा कि अमेरिका अफगान युद्ध भी हार जाएगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि वास्तव में अमेरिका पहले ही लड़ाई हार चुका है। उन्होंने कहा, ‘आप वहां पर केवल स्थिति को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।’ आसिफ ने यह भी चेतावनी दी कि सैन्य हल पर विचार करना तालिबान और IS को हाथ मिलाने पर मजबूर करेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान एकलौता देश है जो आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है और लड़ाई जीत रहा है।