वाशिंगटन: सऊदी अरब के शहजादे ने कहा है कि इस्राइल को अपनी जमीन रखने का‘‘ अधिकार’’ है। यह सऊदी अरब की राजशाही के रुख में बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है। सऊदी अरब और इस्राइल के बीच अब भी कोई औपचारिक राजनयिक रिश्ते नहीं हैं लेकिन बीते वर्षों में दोनों देशों के बीच पर्दे के पीछे संबंधों में सुधार हुआ है। दोनों देश ईरान को सबसे बड़े बाहरी खतरे के रूप में देखते हैं और उनके प्रमुख सहयोगी देश के रूप में अमेरिका तथा दोनों सैन्य इस्लामी चरमपंथियों से खतरा महसूस करते हैं। फलीस्तीनियों के साथ इस्राइल का संघर्ष, तकरार सुलझाने में बाधा का काम करता है लेकिन रियाद अब भी संप्रभुता के उनके दावे का समर्थन करता है। (बोलविया में महसूस किया गया 6.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप )
लेकिन अब शहजादे मोहम्मद बिन सलमान अमेरिकी समाचार पत्रिका‘ द अटलांटिक’ के प्रधान संपादक से बातचीत में इस्राइल के भूमि के दावे को बराबरी पर रखते हुए नजर आए। जेफरी गोल्डबर्ग ने शहजादे से पूछा, ‘‘ क्या यहूदी लोगों को अपने पूर्वजों की भूमि के कम से कम एक हिस्से में एक राष्ट्र का अधिकार है?’’
तीन सप्ताह के दौरे पर अमेरिका आए शहजादे ने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि हर व्यक्ति चाहे वह कहीं भी हो, उसे अपने शांतिपूर्ण देश में जीवन जीने का अधिकार है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि फलस्तीनियों और इस्राइलियों को अपनी जमीन रखने का अधिकार है।’’ शहजादे ने कहा, ‘‘ लेकिन हमें सभी की स्थिरता तथा सामान्य संबंध सुनिश्चित करने के लिए शांति समझौता करना होगा।’’