वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि उत्तर कोरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की संभावना हमेशा रहेगी लेकिन यह उनकी प्राथमिकता नहीं होगी। ट्रंप ने उम्मीद जताई कि उन्हें उत्तर कोरिया के खिलाफ इसका इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा। ट्रंप ने कहा, ‘सैन्य कार्रवाई निश्चित तौर पर एक विकल्प बना रहेगा। क्या यह जरूरी है, कुछ भी जरूरी नहीं है। यह बेहतर होगा अगर इसका कुछ हल निकल सकता।’ ट्रंप ने बुधवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ टेलीफोन पर बात करने के बाद कहा कि चीन चाहता है कि उत्तर कोरिया की सरकार संयम बरते।
एक सवाल के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘हमें हर विस्तृत जानकारी, हर तथ्य पर ध्यान रखना होगा। लेकिन हमारे पास 25 वर्ष से अब तक ऐसे राष्ट्रपति रहे हैं जो सिर्फ बातें ही करते रहे हैं और जब भी हम किसी समझौते पर पहुंचे उसके एक दिन बाद ही उत्तर कोरिया में परमाणु कार्यक्रम पर नया काम शुरू हो गया।’ ट्रम्प ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिकी सेना अब कहीं अधिक ताकतवर है। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि हमें उत्तर कोरिया पर इसका इस्तेमाल करने की नौबत नहीं आएगी। अगर हम उत्तर कोरिया पर इसका इस्तेमाल करते हैं तो यह उसके लिए बहुत बुरा दिन होगा।’
ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपके साथ कोई बातचीत नहीं करने जा रहा हूं। हो सकता है हमें किसी के साथ बातचीत का मौका मिले लेकिन मैं बातचीत नहीं करने जा रहा हूं। पिछले प्रशासन के विपरीत मैं उनके बारे में बात नहीं करता हूं। लेकिन मैं आपको कह सकता हूं कि उत्तर कोरिया बहुत बुरा बर्ताव कर रहा है और उस पर अंकुश लगाना होगा।’ अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैट्टिस ने पिछले रविवार को कहा था कि यदि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को कोई खतरा होता है तो उत्तर कोरिया को भारी सैन्य कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।