वॉशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थाई सदस्यों में से 4 सदस्यों- रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन के राजदूतों समेत कई राजनयिकों ने हिस्सा लिया। इसके साथ ही पूरे अमेरिका में भी कई जगहों पर इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ही एकमात्र ऐसी राजदूत थीं जो इस शीर्ष विश्व निकाय में भारत के स्थाई मिशन और न्यूयॉर्क में भारतीय महावाणिज्य दूतावास द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं हो पाईं।
मलीहा लोधी ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हो सबको चौंका दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेली शहर में नहीं थीं और उन्होंने अपनी गैरमौजूदगी में अपने शीर्ष राजनयिकों में से एक को कार्यक्रम में भेजा। इस कार्यक्रम में सैकड़ों भारतीय अमेरिकी, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी और कई देशों के राजदूत मौजूद थे। कार्यक्रम में महासभा के अध्यक्ष मिरोस्लाव लाज्कैक और संयुक्त राष्ट्र उप-महासचिव अमीना जे मोहम्मद जैसी हस्तियां भी शरीक हुईं। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थाई प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने इस मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कई लोगों को चकित कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने एक ट्वीट में कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र में गणतंत्र दिवस मनाए जाने के मौके पर भारत से दूर रहते हुए भी युवाओं ने उस धरती का गुणगान किया जहां हम पले-बढ़े।’ अकबरुद्दीन ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मिशन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने वॉशिंगटन में दूतावास के बाहर मौजूद महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया।